टूटी हुई विंडशील्ड के साथ कार चलाना है खतरनाक, जानिए क्या हैं इसके नुकसान
क्या है खबर?
कार में विंडशील्ड अंदर बैठने वाले यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से सबसे अहम पार्ट होता है। इसके लिए इसका सुरक्षित होना बहुत जरूरी है।
यह ड्राइविंग के दौरान पत्थर या अन्य की वस्तु के विंडशील्ड पर टकराने, अंधड़ के साथ उड़कर आई किसी वस्तु या ओलावृष्टि से सहित कई अन्य कारणों क्षतिग्रस्त हो सकती है।
ऐसी विंडशील्ड के साथ गाड़ी चलाना जोखिमपूर्ण हो सकता है। आइये जानते हैं क्रैक विंडशील्ड के साथ कार ड्राइव करने के क्या नुकसान हैं।
नुकसान
छोटी दरार बन जाएगी बड़ी
टूटी हुई विंडशील्ड के साथ गाड़ी चलाने से उसमें दरार समय के साथ फैल जाएगी। गंदगी, ड्राइविंग में लगने वाले झटकों से छोटी दरार बड़ी बन सकती है।
इसके साथ ही क्रैक विंडशील्ड के कारण विजिबिलिटी भी प्रभावित होती है। खासकर कम रोशनी या खराब मौसम में कार चलाना मुश्किल हो जाता है और दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है।
इसके अलावा शीशे पर आई दरार की वजह से सूरज की रोशनी भी चालक को परेशानी में डाल सकती है।
खतरा
क्रैक विंडशील्ड से यात्रियों की सुरक्षा को खतरा
विंडशील्ड ग्लास कार की छत को 40 फीसदी तक संरचनात्मक मजबूती देता है, लेकिन दरार इसे कमजोर कर सकती है। ऐसे स्थिति में अगर कोई दुर्घटना होती है, तो अंदर बैठे लोग ज्यादा चोटिल हो जाएंगे।
विंडशील्ड लेमिनेटेड ग्लास से बनी होती हैं। इसकी वजह से मिरर में क्रैक आ जाने के बाद भी ये जुड़ा रहता है, लेकिन टक्कर के दौरान कांच टूटकर अंदर बैठे यात्रियों को नुकसान पहुंचा सकता है।
इसलिए समय रहते इसे बदलवाना सही रहता है।