
नेपाल में योगी आदित्यनाथ क्यों बनें बहस का मुद्दा? जानिए मामला
क्या है खबर?
भारत के पड़ोसी देश नेपाल में राजनीतिक भूचाल के बीच अचानक से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहस का मुद्दा बन गए हैं।
पिछले दिनों यहां नेपाल के पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह के स्वागत में काठमांडू में राजशाही समर्थक रैली हुई थी, जिसमें योगी के बड़े-बड़े पोस्टर दिखाई पड़े थे।
योगी की इसी तस्वीर ने नेपाल समेत भारत में नई चर्चा को जन्म दे दिया है।
आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला और योगी का नेपाल कनेक्शन।
रैली
पहले जानिए, नेपाल में क्यों निकाली गई राजशाही समर्थक रैली?
पूर्व में एकमात्र हिंदू राष्ट्र रहा नेपाल अब लोकतांत्रिक देश है। 2006 में बड़े आंदोलन के बाद यहां राजशाही के अंत और लोकतांत्रिक गणराज्य बनने के बाद करीब 12 प्रधानमंत्री बन चुके हैं।
वर्तमान में केपी शर्मा ओली यहां प्रधानमंत्री हैं, जो कई आरोपों से घिरे हैं। इस बीच दोबारा से राजशाही शासन के लिए ज्ञानेंद्र ने यह रैली निकाली।
ज्ञानेंद्र 2008 तक नेपाल के राजा रहे, जिन्होंने 6 साल 359 दिन तक अंतिम राजा के रूप में राज किया।
समस्या
ज्ञानेंद्र शाह को मिल रहा समर्थन
काठमांडू पोस्ट के मुताबिक, ज्ञानेंद्र शाह लोकतंत्र दिवस समेत कुछ विशेष अवसर पर पहले भी बयान जारी करते रहे हैं।
रैली से पहले उन्होंने 18 फरवरी को नेपालियों को संबोधित कर नेपाल की वर्तमान परेशानियों को और 7 दशक में देश की प्रगति पर विचार पेश किया था।
उन्होंने अपील की कि अगर सुरक्षित भविष्य चाहिए, तो उनका समर्थन करना होगा।
शाह को रैली में जनता और हिंदू राष्ट्र की समर्थक राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (RPP) ने भी समर्थन दिया।
जुड़ाव
नेपाल का क्या है योगी कनेक्शन?
ऐसा माना जाता है कि योगी गोरखपुर में जिस गोरखनाथ मठ के प्रमुख हैं, वह नेपाल के शाह वंश की आस्था और धार्मिक मान्यता से जुड़ा है।
शाह परिवार को गुरु गोरखनाथ का आशीर्वाद था और राजवंश के किसी भी धार्मिक कार्यक्रम में गोरखनाथ मठ की उपस्थिति स्वाभाविक मानी जाती है।
नेपाल में माना जाता है कि योगी हिंदू राष्ट्र के समर्थक हैं और मठ के जरिए उनका व्यक्तिगत रूप से भी नेपाल के शाह परिवार से जुड़ाव है।
मुलाकात
नेपाल के पूर्व राजा ने जनवरी में योगी से मुलाकात की थी
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 3 महीने में ज्ञानेंद्र ने नेपालगंज, भैरहवा, पोखरा, स्यांगजा, बागलुंग, म्याग्दी, बर्दिया, डांग और तौलिहावा के आलावा सीमा पार भारत में लखनऊ और गोरखपुर का दौरा किया था।
ज्ञानेंद्र की लखनऊ और गोरखपुर में योगी से मुलाकात भी हुई थी। हालांकि, इस दौरान हुई बातचीत का ब्यौरा सामने नहीं आया।
योगी 2023 में नेपाल के जनकपुर में राम-जानकी विवाह उत्सव में भी शामिल हुए थे। ऐसे में योगी के पोस्टर से सवाल उठ रहे हैं।
ट्विटर पोस्ट
नेपाल में रैली का एक वीडियो
नेपाल फिर बनेगा हिंदू राष्ट्र!
— TheRitamApp | द ऋतम् एप (@TheRitamApp) March 10, 2025
नेपाल को हिंदू राष्ट्र बनाने की माँग पर हिंदुओं ने बड़ी रैली निकाली है सबसे बड़ी बात रैली में हिंदू ह्रदय सम्राट योगी आदित्यनाथ जी की तस्वीर भी थी।
नेपाल की राजधानी काठमांडू के त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के मुख्य प्रवेश द्वार से शुरू होकर… pic.twitter.com/jX2ITdrVkP