बाढ़ की चपेट में क्यों हैं कई एशियाई देश, जलवायु परिवर्तन या चक्रवात हैं जिम्मेदार?
क्या है खबर?
इंडोनेशिया, श्रीलंका, थाईलैंड, वियतनाम और मलेशिया जैसे एशियाई देश इन दिनों भारी बाढ़ और प्रतिकूल मौसम का सामना कर रहे हैं। इस वजह से इन देशों में 900 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों लोग लापता हैं। इसके अलावा हजारों इमारतों समेत कई बुनियादे ढांचे भी तबाह हो गए हैं। श्रीलंका ने तो आपातकाल घोषित कर दिया है। आइए जानते हैं कुछ एशियाई देश बाढ़ से क्यों जूझ रहे हैं।
वजह
क्यों बाढ़ की चपेट में हैं एशियाई देश?
मौसम विज्ञानियों का मानना है कि इसकी वजह 2 मौसम प्रणालियों का सक्रिय होना हो सकता है- तूफान कोटो और सेन्यार। इंडोनेशियाई मौसम विज्ञान एजेंसी के एंड्री रामधानी ने कहा, "भूमध्य रेखा के पास इंडोनेशिया का स्थान सैद्धांतिक रूप से उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के बनने या गुजरने की संभावना को कम करता है। हालाँकि, पिछले 5 सालों में कई उष्णकटिबंधीय चक्रवात इंडोनेशिया की ओर बढ़े हैं और उनका वहां काफी प्रभाव पड़ा है।"
जलवायु परिवर्तन
क्या जलवायु परिवर्तन है जिम्मेदार?
मौसम विशेषज्ञ इन घटनाओं को जलवायु परिवर्तन से जोड़कर भी देख रहे हैं। उनका मानना है कि जीवाश्म ईंधन के जलने से ग्रीनहाउस गैसों में वृद्धि के कारण महासागर तेजी से गर्म हो रहे हैं। इससे उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के तीव्र होने की आशंका है, क्योंकि ये चक्रवात गर्म महासागरों से ऊर्जा लेते हैं। महासागर जितना गर्म होगा, तूफान की तीव्रता उतनी ज्यादा होगी। इससे अधिकतम वर्षा दर भी बढ़ रही है, जिससे अचानक बाढ़ आने की संभावना बढ़ जाती है।
आंकड़े
बाढ़ से कहां-कितने लोग प्रभावित?
इंडोनेशिया में 442 लोग मारे गए हैं और सैकड़ों लापता हैं। करीब 3,000 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिसके चलते 3 लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। इस बीच खाने-पीनी की चीजों की किल्लत ने परेशानियां और बढ़ा दी हैं। सोशल मीडिया पर खाना-पानी चुराते हुए कई वीडियो सामने आए हैं। वहीं, थाईलैंड में भी 170 लोग मारे गए हैं। ये बीते एक दशक में बाढ़ में मरने वालों का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
मलेशिया
मलेशिया और वियतनाम में कैसे हैं हालात?
मलेशिया में बाढ़ से 2 लोग मारे गए हैं। यहां चक्रवात सेन्यार ने भारी तबाही मचाई है और बड़ा इलाका जलमग्न हो गया है। हजारों लोगों ने शिविरों में शरण ले रखी है। वियतनाम में भी 3 लोग मारे गए हैं और एक लापता है। देश के मध्य क्षेत्र में भारी बारिश से कई ऐतिहासिक और लोकप्रिय पर्यटन स्थल डूब गए हैं और करोड़ों का नुकसान हुआ है। 2 बड़े जहाज समुद्र में डूब गए हैं।
श्रीलंका
श्रीलंका में 300 से ज्यादा मौतें, भारत ने बढ़ाया मदद का हाथ
श्रीलंका में चक्रवात 'दित्वाह' के कारण बाढ़ और भूस्खलन की चपेट में आकर 334 लोग मारे गए हैं और 400 लापता हैं। यहां आपातकाल की घोषणा कर दी गई है। पड़ोसी देश की मदद के लिए भारत ने ऑपरेशन सागर बंधु शुरू किया है। भारत ने 21 टन से ज्यादा राहत सामग्री, 80 NDRF जवान समेत कई और मदद श्रीलंका को भेजी है। भारतीय वायुसेना और नौसेना इस काम में लगे हुए हैं।