नीदरलैंड के संभावित प्रधानमंत्री गीर्ट विल्डर्स कौन हैं, जिन्होंने किया था नुपुर शर्मा का समर्थन?
क्या है खबर?
नीदरलैंड के धुर दक्षिणपंथी नेता गीर्ट विल्डर्स देश के अगले प्रधानमंत्री बन सकते हैं। हालिया चुनावों के बाद जारी हुए एग्जिट पोल में उनकी पार्टी ऑफ फ्रीडम (PVV) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।
PVV को कुल 150 में से 35 सीटों पर जीत मिलने का अनुमान है। गीर्ट अपने इस्लाम विरोधी और धुर दक्षिणपंथी बयानों और घोषणाओं के चलते चर्चा में रहे हैं।
आइए समझते हैं कि गीर्ट कौन हैं।
एग्जिट पोल
सबसे पहले जानिए एग्जिट पोल्स के रुझान
एग्जिट पोल्स के मुताबिक, PVV को सबसे ज्यादा 35 सीटें मिल सकती हैं। 2021 में PVV को 16 सीटों पर जीत मिली थी।
दूसरे स्थान पर लेबर-ग्रीन गठबंधन है, जिसे 25 सीटें मिलने का अनुमान है। एक अन्य पार्टी को 24 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।
हालांकि, किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है, इसलिए गठबंधन की सरकार बन सकती है। देश की शीर्ष 3 पार्टियों ने PVV के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया है।
पिता
प्रिटिंग प्रेस में काम करते थे गीर्ट के पिता
ग्रीट का जन्म 6 सितंबर, 1963 को नीदरलैंड के एक कस्बे वेनलो में हुआ था। 4 भाई-बहनों में सबसे छोटे गीर्ट के पिता एक प्रिटिंग कंपनी नें मैनेजर थे।
गीर्ट ने कानून की पढ़ाई की और एक स्वास्थ्य बीमा कंपनी में भी काम किया। इस दौरान वह 2 साल इजरायल में रहे और अरब देशों में भी घूमे।
कहा जाता है कि यहीं से गीर्ट की सोच इस्लाम विरोधी हुई और उन्होंने इसके बारे में लिखना शुरू किया।
राजनीति
कैसे हुई राजनीति में एंट्री?
अपने देश लौटकर गीर्ट पीपुल्स पार्टी फॉर फ्रीडम एंड डेमोक्रेसी (VVD) के लिए भाषण लिखने का काम करने लगे। 1997 में वे औपचारिक तौर पर राजनीति में उतरे और VVD के टिकट पर उट्रेच शहर के काउंसिल मेंबर चुने गए।
अगले ही साल उन्होंने नीदरलैंड के संसद सदस्य का भी चुनाव जीता। बाद में उन्होंने मतभेदों के चलते VVD छोड़कर खुद की PVV पार्टी बनाई। अपने पहले चुनाव में PVV ने 9 सीटें जीती थीं।
ट्रंप
गीर्ट को कहा जाता है 'नीदरलैंड का डोनाल्ड ट्रंप'
गीर्ट को 'नीदरलैंड का डोनाल्ड ट्रंप' भी कहा जाता है। इसकी 2 वजहें हैं।
पहली, अपनी हेयरस्टाइल और चेहरे की बनावट की वजह से वे कुछ हद तक ट्रंप की तरह दिखते हैं। दूसरी, मुसलमानों और अप्रवासियों को लेकर उनके और ट्रंप के विचारों में काफी समानता है।
वे ट्रंप की 'अमेरिका फर्स्ट' नीति की तरह ही 'नीदरलैंड फर्स्ट' नीति और यूरोपीय संघ से नीदरलैंड को अलग करने की भी घोषणा कर चुके हैं।
विवाद
गीर्ट का विवादों से है पुराना नाता
इस्लाम को लेकर अपने बयानों के चलते गीर्ट काफी विवादों में रहे हैं। अपने चुनावी घोषणपत्र में उनकी पार्टी ने नीदरलैंड में कुरान और मस्जिदों पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है।
कुछ समय पहले उन्होंने पैगंबर मोहम्मद से जुड़ी एक कार्टून प्रतियोगिता आयोजित करवाने का ऐलान किया था, जिसे भारी विरोध के बाद टाल दिया गया।
2009 में उन्होंने हिजाब पहनने वाली मुस्लिम महिलाओं पर टैक्स लगाने का भी सुझाव दिया था।
फिल्म
फिल्म को लेकर भी काफी विवादों में रहे गीर्ट
गीर्ट ने 2008 में 'फितना' नाम से एक फिल्म बनाई थी, जिसमें आतंकी घटनाओं को कुरान से जोड़ा गया था। इस फिल्म की दुनियाभर में स्क्रीनिंग के लिए गीर्ट ने 'फेसिंग जिहाद वर्ल्ड टूर' शुरू किया था।
फिल्म पर विवाद के बाद ब्रिटेन ने गीर्ट के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसे लेकर खूब विवाद हुआ था।
इस मामले पर आतंकी संगठन अलकायदा ने गीर्ट को जान से मारने की धमकी भी दी थी।
नुपुर
गीर्ट ने नुपुर शर्मा का समर्थन करते हुए क्या कहा था?
तब भाजपा की प्रवक्ता रहीं नुपुर शर्मा के एक टीवी डिबेट में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में गीर्ट ने उनका समर्थन किया था और इस्लामिक देशों को खरी-खोटी सुनाई थी।
उन्होंने इस्लामिक देशों के संगठन इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) से कहा था, "भारत के बारे में आप क्या सोचते हैं, यह तय करने से पहले खुद को आईने में देख लें। OIC देशों ने शरिया कानून को लोकतंत्र और मानवाधिकारों से ऊपर रखा है।"