निवेश फर्म ब्लैकरॉक से 4,200 करोड़ की धोखाधड़ी, भारतीय मूल के CEO पर आरोप; जानें मामला
क्या है खबर?
दुनिया की सबसे बड़ी निवेश फर्म ब्लैकरॉक एक हाई प्रोफाइल घोटाले का शिकार हो गई है। करीब 4,200 करोड़ रुपये की इस गड़बड़ी के पीछे भारतीय मूल के CEO बंकिम ब्रह्मभट्ट का नाम आ रहा है, जिन्होंने अपनी कंपनियों के जरिए कथित तौर पर इस घोटाले को अंजाम दिया है। 2020 से शुरू हुए इस घोटाले को जानकारों द्वारा 'अविश्वसनीय' बताया जा रहा है। आइए समझते हैं पूरा मामला क्या है।
रिपोर्ट
क्या है मामला?
अमेरिका के अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्लैकरॉक की निजी ऋण निवेश शाखा HPS इंवेस्टमेंट पार्टनर्स ने बंकिम के खिलाफ इसी साल अगस्त में मामला दर्ज कराया था। HPS का कहना है कि बंकिम की कंपनियों को 2020 में इस शर्त पर कर्ज दिया था कि वे ग्राहकों से मिलने वाले बकाया रकम को गिरवी रखेगें। बता दें कि HPS पार्टनर्स को इस साल की शुरुआत में ब्लैकरॉक ने खरीदा था।
धोखाधड़ी
कैसे की गई धोखाधड़ी?
HPS पार्टनर्स की ओर से ब्रह्मभट्ट की 2 टेलीकॉम कंपनियों-ब्रॉडबैंड टेलीकॉम और ब्रिजवॉयस को भारी रकम उधार दी गई थी। कर्जदाताओं ने आरोप लगाया है कि इसके लिए बंकिम ने लोन लेने के लिए गिरवी रखी जाने वाली संपत्तियों की बैलेंस शीट को मनगढ़ंत बनाया और फर्जी बिल बनाकर लोन ले लिया। रिपोर्ट के मुताबिक, बंकिम ने अपनी संपत्तियां भारत और मॉरीशस में ट्रांसफर कर दीं और अपनी कंपनियों और खुद को दिवालिया घोषित करने के लिए अर्जी डाली है।
खुलासा
कैसे हुआ खुलासा?
रिपोर्ट के मुताबिक, यह गड़बड़ी सालों तक चलती रही। HPS ने बंकिम की कंपनियों को 2020 में लोन देना शुरू किया था और घोटाला आखिरकार जुलाई, 2024 में पकड़ में आया। तब एक कर्मचारी ने कंपनी के ईमेल डोमेन में गड़बड़ी नोट की। कुछ ईमेल असली टेलीकॉम कंपनियों के नाम पर थे, लेकिन वास्तव में वे फेक डोमेन से भेजे गए थे। बाद की जांच में पता चला कि कई बिल और ईमेल भी पूरी तरह नकली थे।
बंकिम
बंकिम गायब, कंपनी के कार्यालय पर भी ताला
खुलासा होने के बाद जब बंकिम को इसकी जानकारी दी गई, तो पहले उसने सबकुछ ठीक होने की बात कही। फिर फोन उठाना ही बंद कर दिया। जब HPS के कर्मचारी न्यूयॉर्क स्थित बंकिम की कंपनी के कार्यालय पहुंचे, तो वहां भी ताला लगा था। बंकिम के न्यूयॉर्क स्थित घर में कुछ लग्जरी गाड़ियां खड़ी हैं, लेकिन वहां कोई नहीं है। ब्लैकरॉक और अन्य कर्जदारों का कहना है कि बंकिम भारत में हो सकता है।
गड़बड़ी
जांच में और क्या-क्या गड़बड़ियां सामने आईं?
देनदारों के मुताबिक, बंकिम ने कैरिऑक्स कैपिटल और BB कैपिटल SPV जैसे फाइनेंसिंग कंपनियों का एक नेटवर्क बनाया। इसने ब्लैकरॉक के HPS के प्राइवेट-क्रेडिट निवेशकों से करोड़ों डॉलर उधार लिए। जांच में सामने आया कि पिछले 2 साल में जो भी बिल दिए गए, वे सभी फर्जी थे। साथ ही फर्जी कस्टमर कॉन्ट्रैक्ट्स भी बनाए गए। कोर्ट के दस्तावेजों में लिखा है, "बंकिम ने ऐसी संपत्तियों का विस्तृत बैलेंस शीट तैयार किया, जो केवल कागजों पर ही मौजूद थीं।"
परिचय
कौन है बंकिम?
बंकिम टेलीकॉम कंपनी ब्रॉडबैंड टेलीकॉम और ब्रिजवॉइस के मालिक हैं। ये दोनों कंपनियां बंकई ग्रुप से संबंधित हैं, जिसके CEO बंकिम हैं। बंकई ग्रुप के सोशल मीडिया के मुताबिक, उनकी कंपनी दुनियाभर के टेलीकॉम ऑपरेटर्स को इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी समाधान मुहैया कराती हैं। अमेरिकी मीडिया के मुताबिक, न्यूयॉर्क के गार्डन सिटी से इनका कामकाज चल रहा था। बंकिम ने 12 अगस्त को खुद को दिवालिया घोषित करने के लिए अर्जी दायर की थी।