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डोनाल्ड ट्रंप की ओर से शुरू किया गया गोल्ड और प्लैटिनम कार्ड कार्यक्रम क्या है?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुरू किया 'ट्रप गोल्ड और प्लैटिनम कार्ड' कार्यक्रम

डोनाल्ड ट्रंप की ओर से शुरू किया गया गोल्ड और प्लैटिनम कार्ड कार्यक्रम क्या है?

Sep 20, 2025
03:56 pm

क्या है खबर?

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने H-1B वीजा कार्यक्रम के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। इसके तहत विदेशी कर्मचारियों के लिए H-1B वीजा शुल्क को बढ़ाकर सालाना 1 लाख डॉलर (लगभग 88 लाख रुपये) किया गया है। इसी तरह उन्होंने अमेरिका में रहने का सपना देखने वालों के लिए 'ट्रंप गोल्ड कार्ड', 'ट्रंप प्लैटिनम कार्ड' और व्यवसायों के लिए 'ट्रंप कॉर्पोरेट गोल्ड कार्ड' कार्यक्रम भी शुरू किया है। आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।

कार्यक्रम

क्या है 'ट्रंप गोल्ड और प्लैटिनम कार्ड' कार्यक्रम? 

'ट्रंप गोल्ड कार्ड' की कीमत 10 लाख डॉलर (लगभग 8.80 करोड़ रुपये) होगी और इस पर जांच और प्रसंस्करण शुल्क अलग लगेगा। यह कार्ड 50 राज्यों और क्षेत्रों में लागू होगा। 'ट्रंप प्लैटिनम कार्ड' की कीमत 50 लाख डॉलर (लगभग 44 करोड़ रुपये) है। यह कार्ड धारकों को विदेशी आय पर बिना टैक्स के साल में 270 दिन तक अमेरिका में रहने की अनुमति देगा। प्लैटिनम कार्ड को इस साल के अंत में कांग्रेस की मंजूरी मिलने की उम्मीद है।

प्रक्रिया

वर्तमान EB-1 और EB-2 वीजा की जगह लेगा 'गोल्ड कार्ड'

गोल्ड कार्ड असाधारण योग्यता वाले विदेशी नागरिकों के लिए मौजूदा EB-1 और EB-2 वीजा की जगह लेगा। वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने कहा कि एक छोटी संक्रमण अवधि के बाद इस नए मॉडल के पक्ष में अन्य ग्रीन कार्ड श्रेणियों को समाप्त किया जा सकता है। इसी तरह व्यवसायों के लिए शुरू किए गए 'ट्रंप कॉर्पोरेट गोल्ड कार्ड' कार्यक्रम में किसी भी व्यवासाय से जुड़े कर्मचारी 20 लाख डॉलर (17.60 करोड़ रुपये) जमा कराकर इसका फायदा उठा सकेंगे।

बचाव

राष्ट्रपति ट्रंप ने किया अपने फैसले का बचाव

नई नीतियों का बचाव करते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि ये नीतियां अमेरिका में उत्पादक लोगों को बनाए रखने में मदद करेंगी और कंपनियां इसके लिए भुगतान करने में खुशी महसूस करेंगी। उन्होंने कहा कि अमेरिका को अपनी कानूनी आव्रजन प्रणाली से लाभ मिलना चाहिए और उम्मीद है कि 'ट्रंप गोल्ड कार्ड' से जल्द ही 100 अरब डॉलर (लगभग 8,800 अरब रुपये) से ज्यादा की कमाई होगी। इस धन का इस्तेमाल अमेरिका के विकास के लिए किया जाएगा।