व्लादिमीर पुतिन ने परमाणु हमले के सिद्धांत बदले, रूस पर मिसाइल दागी तो परमाणु हमला होगा
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने परमाणु हमलों को लेकर अपने सिद्धांतों में बदलाव किया है, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि रूस कब और किस पर परमाणु हमला कर सकता है। रूसी समाचार एजेंसी TASS के मुताबिक, नियमों का मूल सिद्धांत यह है कि परमाणु हथियारों का उपयोग देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए अंतिम उपाय है। नए सिद्धांतों के मुताबिक, अगर कोई देश रूस पर मिसाइल हमला करेगा तो उस पर परमाणु हमला किया जाएगा।
रूस ने क्या किया है बदलाव?
रिपोर्ट के मुताबिक, अगर कोई गैर-परमाणु देश किसी परमाणु शक्ति से संपन्न किसी देश के समर्थन से रूस पर हमला करता है तो इसे रूस एक संयुक्त हमले के रूप में देखेगा। सिद्धांतों के मुताबिक, रूस पारंपरिक हथियारों के हमले, रूसी क्षेत्र को निशाना बनाने वाले दुश्मन के विमानों, मिसाइलों और ड्रोनों के बड़े पैमाने पर प्रक्षेपण, रूसी सीमा को पार करने और अपने सहयोगी बेलारूस पर हमले के लिए परमाणु हमला भी कर सकता है।
रूस ने क्यों बदले नियम?
पिछले दिनों अमेरिका ने यूक्रेन को रूस के सैन्य ठिकानों पर हमला करने के लिए लंबी दूरी की मिसाइलों का उपयोग करने की अनुमति दी है, जिससे रूस बौखला गया है। रूस का कहना है कि पश्चिमी देशों ने सामूहिक रूप से उसके खिलाफ जंग छेड़ दी है, जिससे वह अंत तक निपटेगा। बता दें, रूस के परमाणु सिद्धांत के पिछले संस्करण को जून 2020 में मंजूरी दी गई थी। यह पिछले 10 साल से लागू है।