
नोबेल पुरस्कार की जानकारी मिलते ही शांत हो गईं मचाडो, बोलीं- हे भगवान...मेरे पास शब्द नहीं
क्या है खबर?
इस साल नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाली वेनेजुएला की मारिया कोरिना मचाडो की पहली प्रतिक्रिया सामने आई हैं। वह अपना नाम सुनकर चकित हो गईं। नॉर्वेजियन नोबेल संस्थान के निदेशक क्रिस्टियन बर्ग हार्पविकेन ने ओस्लो में सार्वजनिक घोषणा से पहले मचाडो को व्यक्तिगत रूप से फोन करके इस निर्णय की जानकारी दी। मचाडो ने पुरस्कार की खबर पाकर वेनेज़ुएला के लोगों का धन्यवाद किया और सम्मान को लोकतंत्र के लिए उनके निरंतर संघर्ष को समर्पित किया है।
प्रतिक्रिया
क्या बोलीं मचाडो?
हार्पविकेन ने जैसे ही मचाडो को जानकारी दी, वे शांत हो गईं। फिर बोलीं, "हे भगवान... मेरे पास शब्द नहीं हैं। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, लेकिन मुझे उम्मीद है कि आप समझेंगे कि यह एक आंदोलन है। मैं तो बस एक इंसान हूं। मैं तो बिल्कुल भी इसकी हकदार नहीं हूं। मैं वेनेज़ुएला के लोगों की ओर से बहुत आभारी हूं। हम अभी उस मुकाम तक नहीं पहुंचे हैं, लेकिन पहुंचेंगे। हम इसे हासिल करने के लिए मेहनत कर रहे हैं।"
ट्विटर पोस्ट
सुनिए, मारिया की प्रतिक्रिया
“Oh my god… I have no words.”
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 10, 2025
Listen to the emotional moment this year’s laureate Maria Corina Machado finds out she has been awarded the Nobel Peace Prize.
Kristian Berg Harpviken, Director of the Norwegian Nobel Institute, shared the news with her directly before it was… pic.twitter.com/OCUpNz752k
नोबेल
क्यों मिला मचाडो को नोबेल?
नोबेल पुरस्कार समिति ने वेनेजुएला के लोगों के लिए लोकतांत्रिक अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाली महिला मारिया कोरिना मचाडो को पुरस्कार दिया है। समिति ने उनके अथक कार्य और तानाशाही से लोकतंत्र में जाने के लिए न्यायसंगत और शांतिपूर्ण बदलाव प्राप्त करने के उनके संघर्ष के लिए उनको चुना है। मचाडो हाल के समय में लैटिन अमेरिका में नागरिक साहस के सबसे असाधारण उदाहरणों में से एक हैं।