
अमेरिका में 11 वर्षीय छात्रा ने आत्महत्या की, सहपाठी उसके माता-पिता को कहते थे अवैध प्रवासी
क्या है खबर?
अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सख्ती से लागू की गई आव्रजन नीति ने एक छोटी बच्ची को इस हद तक परेशान कर दिया कि उसने अपनी जान ले ली।
टेक्सास में रहने वाली 11 वर्षीय जोसलीन रोजो कैरान्ज़ा को उसके स्कूल के सहपाठी परिवार की आव्रजन स्थिति को लेकर उसे परेशान कर रहे थे।
इससे परेशान होकर उसने 3 फरवरी को आत्महत्या की कोशिश की और 8 फरवरी को उसकी मौत हो गई।
आत्महत्या
क्या है पूरा मामला?
गेंसविले में रहने वाली जोसलीन की मां मार्बेला कैरान्जा ने CNN को दिए साक्षात्कार में बताया कि उनकी बेटी गेंसविले इंटरमीडिएट स्कूल में पढ़ती थी, जहां उसके सहपाठी लगातार परेशान कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि एक दिन तो उसके सहपाठियों ने हद कर दी। वे जोसलीन को धमकी दे रहे थे कि वे आव्रजन विभाग को फोन करेगे, ताकि वे उसके माता-पिता को ले जाएं और वह अकेली रह जाए।
इन चीजों से जोसलीन काफी सदमें में थी।
आरोप
स्कूल को थी जानकारी, लेकिन उन्होंने सूचित नहीं किया
मार्बेला ने स्कूल पर उनकी बेटी की स्थिति साझा न करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उनकी बेटी के साथ जो हो रहा था, उसकी जानकारी स्कूल को थी, लेकिन उन्होंने कभी नहीं बताया।
उन्होंने कहा कि उनकी बेटी के व्यवहार में कोई बदलाव नहीं देख रही थीं, लेकिन वह सप्ताह में 2 बार स्कूल में काउंसिलिंग करवा रही थी, इसकी जानकारी भी स्कूल ने नहीं दी।
गेन्सविले इंडिपेंडेंट स्कूल डिस्ट्रिक्ट को भी इसकी जानकारी नहीं।
जानकारी
ट्रंप कर रहे हैं अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा निर्वासन
ट्रंप ने चुनाव जीतने से पहले ही अमेरिका मे बिना दस्तावेजों के अवैध तरह से रह रहे लोगों को बाहर निकालने का वादा किया था। राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने सबसे पहले इसी आव्रजन नीति के कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर इसे लागू किया है।