अमेरिका ने 9/11 हमले के साजिशकर्ता समेत 3 आरोपियों के साथ क्या समझौता किया?
अमेरिकी सरकार ने 9/11 आतंकवादी हमले के मुख्य साजिशकर्ता खालिद शेख मोहम्मद सहित 3 आरोपियों के साथ समझौता किया है। इस समझौते के तहत अमेरिका इन लोगों द्वारा आरोप स्वीकार करने के बदले में मौत की सजा खत्म करने को तैयार है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, आरोपियों की मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदला जाएगा, जिसके बदले इन लोगों ने अपना अपराध स्वीकार किया है। हालांकि, समझौते की ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है।
किन-किन लोगों के साथ हुआ समझौता?
अमेरिका ने हमले के मास्टरमाइंड कहे जाने वाले खालिद शेख मोहम्मद, वालिद मुहम्मद सलीह मुबारक बिन अताश और मुस्तफा अहमद आदम अल-हौसावी के साथ ये समझौता किया है। फिलहाल ये तीनों क्यूबा के बेहद सुरक्षित ग्वांतानामो बे सैन्य अड्डे में कैद हैं। आरोपियों पर षड्यंत्र रचने, युद्ध कानून का उल्लंघन कर हत्या करने, नागरिकों पर हमला करने, जानबूझकर गंभीर शारीरिक चोट पहुंचाने, युद्ध कानून का उल्लंघन कर संपत्ति को नष्ट करने और आतंकवाद समेत कई आरोप हैं।
समझौते में क्या-क्या शामिल है?
अमेरिकी समाचार पत्रों के अनुसार, अभियोजन पक्ष द्वारा मृत्युदंड की मांग न करने पर सहमति जताने के बदले में ये लोग अपना अपराध स्वीकार कर लेंगे। मुख्य अभियोक्ता रियर एडमिरल आरोन रूघ के पत्र में कहा गया है, "संभावित सजा के रूप में मृत्युदंड के बदले में इन तीनों आरोपियों ने आरोप पत्र में सूचीबद्ध 2,976 लोगों की हत्या सहित सभी अपराधों के लिए दोषी होने की दलील देने पर सहमति व्यक्त की है।"
अमेरिका ने क्यों किया समझौता?
अमेरिका ने कहा कि उसने आरोपियों से कम से कम 183 बार कई उन्नत पूछताछ तकनीकों का प्रयोग कर पूछताछ की, जिनमें पानी में डूबाना, अन्य शारीरिक यातनाएं और बलपूर्वक पूछताछ भी शामिल है। ये आरोपी कई सालों से जेल में अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी (CIA) की यातना झेल रहे हैं, ऐसे में निष्पक्ष मुकदमे पर भी संदेह है। इसके अलावा मुकदमा लगाने वाले परिवारों में भी मतभेद हैं।
कौन हैं तीनों आरोपी?
मोहम्मद को मार्च, 2003 में पाकिस्तान से गिरफ्तार किया गया था। उसे अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन का सबसे भरोसेमंद आदमी माना जाता था। बिन अताश मूलत: यमन का है और सऊदी अरब का नागरिक है। आरोप है कि उसने हमलों को अंजाम देने वाले 2 अपहरणकर्ताओं को प्रशिक्षित किया था। हौसावी पर 9/11 हमलों के लिए वित्तीय प्रबंध करने का संदेह है। उसे 1 मार्च, 2003 को पाकिस्तान से गिरफ्तार किया गया था।
9/11 हमले में मारे गए थे 3,000 लोग
11 सितंबर, 2001 को 19 आतंकवादियों ने उत्तर-पूर्वी अमेरिका से कैलिफोर्निया जाने वाले 4 विमानों का अपहरण कर लिया था। अपहरणकर्ताओं ने 2 विमानों को न्यूयॉर्क शहर में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावरों से और तीसरे विमान को वर्जीनिया के अर्लिंग्टन में पेंटागन (अमेरिकी सेना का मुख्यालय) से टकरा दिया था। चौथा विमान अपने संभावित लक्ष्य तक पहुंचने से पहले ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इन हमलों में करीब 3,000 लोगों की जान चली गई थी।