
अमेरिकी सेना की 250वीं वर्षगांठ पर वॉशिंगटन में भव्य परेड; ये क्यों ऐतिहासक, क्या-क्या होगा?
क्या है खबर?
अमेरिका में 14 जून (भारत में 15 जून) को सेना के 250वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में भव्य सैन्य परेड का आयोजन किया जा रहा है। इसी दिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का 79वां जन्मदिन भी है।
लाखों डॉलर की लागत से हो रहे इस कार्यक्रम में हजारों सैनिक, सैकड़ों वाहन और दर्जनों सैन्य विमान वॉशिंगटन में दिखाई देंगे।
आइए जानते हैं इस दौरान क्या-क्या होगा।
समय
कब होगा कार्यक्रम?
अमेरिकी समयानुसार ये परेड वाशिंगटन में शनिवार शाम 6:30 बजे (भारतीय समयानुसार 15 जून की सुबह 4:00 बजे) शुरू होगी। इसके करीब एक घंटे चलने की संभावना है, जो नेशनल मॉल, कॉन्स्टिट्यूशन एवेन्यू NW, 15वीं और 23वीं स्ट्रीट के बीच आयोजित की जाएगी।
इसके बाद रात 9:45 बजे (भारतीय समयानुसार सुबह 7:15 बजे) भव्य आतिशबाजी की जाएगी।
इस दौरान राष्ट्रपति ट्रंप भी जनता को संबोधित करेंगे और उनका जन्मदिन भी मनाया जाएगा।
परेड
परेड में कौन-कौन शामिल होगा?
अमेरिकी सेना की परेड में 6,600 सैनिक मार्च करेंगे। इसमें 150 वाहन, 50 विमान, 35 से ज्यादा घोड़े और एक कुत्ता भी शामिल होगा।
परेड में अमेरिकी सेना के इतिहास के विभिन्न युगों को दर्शाया जाएगा जैसे- क्रांतिकारी युद्ध, गृह युद्ध, प्रथम विश्व युद्ध, द्वितीय विश्व युद्ध, कोरियाई युद्ध, वियतनाम युद्ध, खाड़ी युद्ध और आतंकवाद के विरुद्ध वैश्विक युद्ध।
इस एक दिन के कार्यक्रम पर करीब 355 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
टैंक
सड़कों पर दिखाई देंगे ये खास टैंक
परेड में अब्राम्स टैंक, ब्रैडली फाइटिंग व्हीकल्स, स्ट्राइकर व्हीकल्स, प्रथम विश्व युद्ध के समय का रेनॉल्ट टैंक, 8 CH-47 हेलीकॉप्टर, 16 UH-60 ब्लैक हॉक्स दिखाई देंगे।
इसके अलावा द्वितीय विश्व युद्ध के समय के M4 शेरमैन टैंक, डगलस C-47 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और P-51 मस्टैंग फाइटर विमान भी शामिल होंगे।
इन टैंकों को ट्रेनों के जरिए टैक्सास से वॉशिंगटन लाया गया है। परेड मार्ग पर टैंकों के लिए खास स्टील की प्लेटें बिछाई गई हैं।
दर्शक
परेड कैसे देख सकेंगे दर्शक?
दर्शकों को परेड देखने के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा। प्रवेश के लिए 3 द्वार बनाए गए हैं, जहां दर्शकों की कड़ी जांच की जाएगी।
आयोजन स्थल पर सैकड़ों सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के साथ 175 मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं।
इस आयोजन को राष्ट्रीय विशेष सुरक्षा आयोजन के रूप में नामित किया गया है। यानी ये राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय महत्व का ऐसा आयोजन है, जिसे अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग आतंकवाद या अन्य आपराधिक गतिविधि का संभावित लक्ष्य मानता है।
ऐतिहासिक
क्यों ऐतिहासिक होने जा रही है परेड?
अमेरिका में इस तरह की परेड का आयोजन कम ही होता है। इससे पहले 1991 में 8,000 सैनिकों ने वाशिंगटन की सड़कों पर मार्च किया था। तब प्रथम खाड़ी युद्ध की समाप्ति का जश्न मनाया गया था।
परेड में शामिल सैनिक अलग-अलग युद्धों की ऐतिहासिक वर्दी पहनेंगे।
परेड में एयर शो भी होगा। इसका समापन सेना की गोल्डन नाइट्स टीम द्वारा पैराशूट जंप के साथ होगा। गोल्डन नाइट्स के सदस्य पैराशूट से उतरकर राष्ट्रपति को एक झंडा भेंट करेंगे।
आलोचना
कार्यक्रम की हो रही है खूब आलोचना
परेड के खर्च और ट्रंप के जन्मदिन के मौके पर इसके आयोजन को लेकर भारी आलोचना भी हो रही है।
सेना में रह चुके सीनेटर टैमी डकवर्थ ने कहा कि इस पैसे को सैन्य परिवारों को चाइल्डकेयर या खाद्य सहायता देने में खर्च करना बेहतर होगा।
एसोसिएटेड प्रेस और सेंटर फॉर पब्लिक अफेयर्स के एक सर्वे में 60 प्रतिशत लोगों ने कहा कि ये सरकारी पैसे का अच्छा इस्तेमाल नहीं है।
बयान
परेड की आलोचनाओं पर ट्रंप का क्या कहना है?
मई में ट्रंप ने कहा था, "लाखों डॉलर परेड को आयोजित करने के मूल्य की तुलना में मूंगफली के समान हैं। हमारे पास दुनिया की सबसे बेहतरीन मिसाइलें हैं। हमारे पास दुनिया की सबसे बेहतरीन पनडुब्बियां हैं। हमारे पास दुनिया के सबसे बेहतरीन सैन्य टैंक हैं। हमारे पास दुनिया के सबसे बेहतरीन हथियार हैं और हम इसका जश्न मनाने जा रहे हैं।"
आयोजन स्थल पर ट्रंप के लिए खास मंच बनाया जा रहा है।