ईरान ने किया था ट्रंप का चुनाव अभियान हैक, अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने की पुष्टि
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टीम की ओर से पिछले दिनों ईरान पर उनके अभियान को हैक करने के आराेप की अब अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने भी पुष्टि कर दी है। अधिकारियों ने कहा है कि ट्रंप के राष्ट्रपति चुनाव अभियान के हैक के पीछे ईरान का हाथ था। बता दें, ट्रंप की टीम ने 10 अगस्त को अपने आंतरिक संदेशों को हैक करने के लिए ईरान पर उंगली उठाई थी, जबकि ईरानी अधिकारियों ने इससे इनकार किया है।
खुफिया एजेंसियों ने लगाया यह आरोप
FBI और अन्य संघीय एजेंसियों ने कहा, "ईरान ने हमारे लोकतांत्रिक संस्थानों में कलह को बढ़ावा देने और विश्वास कम करने के लिए अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप का रास्ता चुना।" सूत्रों ने CBS न्यूज को बताया कि उन्हें ईरानी हैकर्स पर डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की दावेदार कमला हैरिस के अभियान को भी निशाना बनाने का संदेह है। अधिकारियों ने कहा, "ईरानी सोशल इंजीनियरिंग और अन्य प्रयासों से दोनों राजनीतिक दलों के राष्ट्रपति अभियानों से जुड़े व्यक्तियों तक पहुंचे हैं।"
पिछले चुनाव में भी रूस और ईरान कर चुके हैं साजिश
खुफिया एजेंसियों ने कहा कि यह रणनीति नई नहीं थी और रूस और ईरान ने पिछले अमेरिकी चुनावों के दौरान ऐसे तरीकों का इस्तेमाल किया था। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हैकिंग के दौरान कौन-सी जानकारी लीक हुई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, हैकर्स केवल सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी ही हासिल कर पाए। ट्रंप के चुनाव अभियान की तरह ही हैरिस कैंपेन को भी फर्जी ईमेल भेजकर हैकिंग का प्रयास किया गया था।