
इजरायल में अमेरिकी दूतावास पर बम से हमले का प्रयास, बैग से पेट्रोल बम मिले
क्या है खबर?
इजरायल के तेल अवीव में एक व्यक्ति ने अमेरिकी दूतावास पर बमबारी करने का प्रयास किया, जिसे पकड़ लिया गया। उसे न्यूयॉर्क की कोर्ट में पेश किया गया है।
अमेरिकी न्याय विभाग ने बताया कि आरोपी की पहचान 28 वर्षीय जोसेफ न्यूमेयर के रूप में हुई, जिसके पास अमेरिका और जर्मनी की दोहरी नागरिकता है।
आरोपी ने 20 मई को हमले का प्रयास किया था, जिसके बाद उसे इजरायल में हिरासत में लेकर अमेरिका भेजा गया है।
हमला
डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की धमकी देने का भी आरोप
अमेरिकी न्याय विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आरोपी न्यूमेयर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की धमकी देने का भी आरोप है।
अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पाम बोंडी ने बताया कि उनका विभाग आरोपी के खिलाफ कानून की पूरी सीमा तक मुकदमा चलाएगा।
मुकदमे में अगर न्यूमेयर दोषी पाया जाता है तो उसको अधिकतम 20 वर्ष की जेल और 2.12 करोड़ रुपये का अधिकतम जुर्माना हो सकता है।
यात्रा
पिछले महीने इजरायल गया था आरोपी न्यूमेयर
न्यूमेयर पिछले महीने इजरायल गए थे और 19 मई को फेसबुक पर लिखा था, "दूतावास को जलाने में मेरे साथ शामिल हो जाओ। अमेरिका की मौत, अमेरिकियों की मौत, पश्चिम भाड़ में जाओ।"
हमले के दिन आरोपी ने दूतावास के पास से गुजरते समय एक गार्ड पर थूका था, जब उसे पकड़ा गया तो वह अपना बैग छोड़कर भाग गया।
उसके बैग से पेट्रोल बम 'मोलोटोव कॉकटेल' की कई बोतलें बरामद कीं गई, बाद में उसे होटल से पकड़ा गया।
प्रयास
तेल अवीव में हमले के प्रयास के 2 दिन बाद अमेरिका में हत्या
इजरायल में न्यूमेयर के असफल हमले के दो दिन बाद अमेरिका के वाशिंगटन डीसी स्थित यहूदी संग्रहालय के बाहर इजरायली दूतावास के बाहर 2 कर्मचारियों यारोन और सारा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
संदेह है कि यह गोलीबारी इजरायल द्वारा फिलिस्तीनी क्षेत्र गाजा में युद्ध छेड़ने के विरोध में की गई थी।
हालांकि, पुलिस न्यूमेयर के हमले के प्रयास से भी इसे जोड़ रही है और जांच कर रही है।