
भारत से बिगड़ते रिश्तों से नाराज हुए अमेरिकी सांसद, ट्रंप को पत्र लिख कही ये बात
क्या है खबर?
टैरिफ के कारण अमेरिका और भारत के रिश्ते बिगड़ने पर अमेरिकी कांग्रेस के सांसद भी खासा नाराज हैं। उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पत्र लिखकर इसे सुधारने को कहा है। कांग्रेस सदस्य डेबोरा रॉस और रो खन्ना की ओर से लिखे गए पत्र में 21 कांग्रेस सदस्यों ने हस्ताक्षर किए हैं। सांसदों ने ट्रंप से आग्रह किया है कि वे भारत के साथ अमेरिका के तनावपूर्ण संबंधों को सुधारने के लिए तत्काल कदम उठाएं और टैरिफ बढ़ोतरी को वापस लें।
पत्र
सांसदों ने पत्र में क्या लिखा?
बुधवार 8 अक्टूबर को लिखे एक पत्र में सांसदों ने लिखा, "टैरिफ बढ़ोतरी ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के साथ संबंधों को तनावपूर्ण बना दिया है, जिससे दोनों देशों के लिए नकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। ये दंडात्मक उपाय भारतीय निर्माताओं और अमेरिकी उपभोक्ताओं, दोनों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। साथ ही उन आपूर्ति श्रृंखलाओं को नुकसान पहुंचा रहे हैं जिन पर अमेरिकी कंपनियां उत्पादों को बाजार में लाने के लिए निर्भर हैं।"
चिंता
अमेरिका का संकट बढ़ेगा
सांसदों ने लिखा कि अमेरिकी निर्माता सेमीकंडक्टर, स्वास्थ्य सेवा और ऊर्जा तक, सभी क्षेत्रों में प्रमुख इनपुट के लिए भारत पर निर्भर हैं। उन्होंने लिखा, "भारत में निवेश करने वाली अमेरिकी कंपनियों को तेजी से बढ़ते उपभोक्ता बाजारों तक पहुंच मिलती है। अमेरिका में भारतीय निवेश ने रोजगार और आर्थिक अवसर पैदा किए हैं। ये संबंध खतरे में पड़ सकते हैं, अमेरिकी परिवारों के लिए लागत बढ़ सकती है और अमेरिकी कंपनियों की प्रतिस्पर्धा क्षमता कम हो सकती है।"
चेतावनी
भारत-चीन आ रहे करीब
सांसदों ने पत्र में ट्रंप प्रशासन को चेतावनी दी है कि उनके इस कदम से भारत के चीन और रूस के करीब आने का खतरा है। सांसदों ने कहा, "क्वाड में अपनी भागीदारी के जरिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक स्थिर शक्ति के रूप में भारत के बढ़ते महत्व को देखते हुए यह घटनाक्रम विशेष रूप से चिंताजनक है। चीन की हठधर्मिता का मुकाबला करने में भारत एक अपरिहार्य भागीदार बन गया है।"