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तुर्की से उड़ा जहाज मालदीव में क्या लेकर पहुंचा, जो बढ़ा सकता है भारत की चिंताएं?
तुर्की ने मालदीव को ड्रोन निर्यात किए हैं

तुर्की से उड़ा जहाज मालदीव में क्या लेकर पहुंचा, जो बढ़ा सकता है भारत की चिंताएं?

लेखन आबिद खान
Nov 01, 2025
03:11 pm

क्या है खबर?

मालदीव के साथ भारत के उतार-चढ़ाव भरे संबंधों के बीच एक ऐसी खबर आई है, जिसने नई दिल्ली को सतर्क कर दिया है। इन खबरों में कहा गया है कि तुर्की ने मालदीव को अपने प्रसिद्ध बायरक्टार TB2 ड्रोन दिए हैं। मालदीव के स्थानीय अखबारों ने बताया है कि तुर्की से 3 बायरक्टार TB2 ड्रोनों से भरी 2 खेपें हाल ही में तीन दिनों के भीतर मालदीव पहुंची हैं। मालदीव सरकार ने भी इन रिपोर्ट का खंडन नहीं किया है।

रिपोर्ट

गान में ड्रोन बेस स्थापित कर रहा मालदीव

मालदीव के अखबार अधाधु दैनिक के मुताबिक, गान अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तुर्की के ड्रोनों की खेप पहुंची हैं। अखबार ने कहा कि मालदीवियन नेशनल डिफेंस फोर्स (MNDF) गान में एक ड्रोन बेस स्थापित कर रहा है और इसके लिए ड्रोनों का परीक्षण भी शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि मालदीव ने करीब 328 करोड़ रुपये की लागत से ये ड्रोन खरीदे हैं। मालदीव की अर्थव्यवस्था की खराब हालत के बीच ये सौदा चिंताएं बढ़ा रहा है।

उपहार

अर्दोआन ने मुइज्जू को उपहार में दिए थे 2 ड्रोन

पिछले साल मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने तुर्की का दौरा किया था। तब उन्हें तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप अर्दोआन ने 2 ड्रोन उपहार में दिए थे। इसके बाद मुइज्जू ने संकेत दिए थे कि वे तुर्की से इस तरह के और ड्रोन खरीदने का इरादा रखते हैं। बता दें कि राष्ट्रपति बनने के बाद मुइज्जू ने अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर तुर्की गए थे। इस दौरान दोनों देशों में कुछ अहम समझौते भी हुए थे।

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भारत

भारत के लिए क्या हैं चिंता की बात?

मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद भारत और मालदीव के रिश्तों में गिरावट आई है। मुइज्जू को चीन समर्थक माना जाता है। वहीं, हाल ही में भारत के खिलाफ संघर्ष में पाकिस्तान ने तुर्की के ड्रोन का इस्तेमाल किया था। भारतीय सेना ने भी इसकी पुष्टि की थी। इसके बाद से भारत में तुर्की के बॉयकॉट की अपीलों ने जोर पकड़ा था। अब मालदीव के इस नए कदम को संबंधों में और गिरावट के तौर पर देखा जा रहा है।

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चीन

चीन और मालदीव में हुए थे 11 'गुप्त' समझौते

अगस्त में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए राष्ट्रपति मुइज्जू चीन की यात्रा पर थे। इस दौरान उन्होंने चीन के साथ 11 समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे। हालांकि, अभी तक इन समझौतों के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है। यहां तक कि समझौतों का शीर्षक या उद्देश्य भी साझा नहीं किया है। हाल ही में एक शीर्ष पाकिस्तानी रक्षा दल ने भी मालदीव का दौरा किया था।

पोत

तुर्की ने मालदीव को उपहार में दिया था नौसैनिक जहाज

तुर्की ने इसी साल मालदीव को एक 42 साल पुराना नौसैनिक जहाज भी उपहार में दिया था। इसमें हरपून एंटी-शिप मिसाइलें तैनात की जा सकती हैं, जिससे इस उपहार के पीछे की मंशा को लेकर कई सवाल खड़े हुए थे। 58 मीटर लंबा और 7.6 मीटर चौड़ा ये युद्धपोत 4 डीजल इंजन की ताकत से करीब 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सफर कर सकता है। इस पोत की तैनाती के समय भी कई तरह की चर्चाएं थीं।

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