पाकिस्तान: तालिबानी लड़ाकों ने थाने पर किया कब्जा, कई लोगों को बंधक बनाया
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के लड़ाकों ने रविवार को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू जिले में एक आतंक-रोधी केंद्र पर कब्जा कर लिया और वहां मौजूद लोगों को बंधक बना लिया। कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि TTP ने पाकिस्तानी सेना के कई जवानों को मौत के घाट उतार दिया है और अभी भी वहां सुरक्षाबलों और लड़ाकों के बीच संघर्ष जारी है। पिछले कुछ दिनों में इस इलाके में TTP के हमले बढ़े हैं।
मौके पर पहुंची पाकिस्तानी सेना
पुलिस ने बताया कि लड़ाकों ने कैंट इलाके में स्थित पुलिस थाने में प्रवेश किया और वहां बंद वांछित आतंकवादियों को छुड़ा लिया। इसके बाद उन्होंने कैंट के एक हिस्से पर कब्जा करते हुए आतंक-रोधी केंद्र में तैनात सुरक्षाबलों को बंधक बना लिया। घटना की जानकारी मिलने के बाद पाकिस्तानी सेना को वहां भेजा गया है और पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। लोगों से घरों के भीतर रहने के लिए कहा गया है।
बंधकों की रिहाई के लिए रखी यह शर्त
आतंक-रोधी केंद्र के परिसर के भीतर से TTP लड़ाकों ने एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि नौ पुलिसकर्मी उनकी हिरासत में है। उन्होंने शर्त रखी है कि अगर उन्हें सुरक्षित अफगानिस्तान जाने दिया जाता है तो वो इन बंधकों को रिहा कर देंगे। खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री के विशेष सहयोगी मोहम्मद अली सैफ ने बताया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। अभी अभियान चल रहा है और जल्द ही यह खत्म हो जाएगा।
थाने में बंद थे 25 आतंकवादी
पाकिस्तानी मीडिया ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के हवाले से लिखा है कि थाने में प्रतिबंधित आतंकी संगठन के करीब 25 सदस्य बंद थे और उनसे पूछताछ की जा रही थी। इसी दौरान उन्होंने सात सुरक्षाकर्मियों के हथियार छीनकर उन्हें बंदी बना लिया। इससे कुछ ही घंटे पहले दक्षिण वजीरिस्तान के लक्की मारवात पुलिस थाने पर आतंकियों ने हमला किया था, जिसमें चार पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे।
पिछले महीने TTP ने खत्म किया सीजफायर
पाकिस्तान सरकार और TTP के बीच जून में सीजफायर समझौता हुआ था। पिछले महीने TTP ने इसे खत्म करने का ऐलान कर दिया और अपने लड़ाकों से पाकिस्तान में आतंकी हमले करने का आह्वान किया था। अमेरिका की सेंट्रल कमांड के जनरल माइकल ई कुरिल्ला ने कहा है कि TTP पाकिस्तान की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बना हुआ है और अमेरिका इससे चिंतित है। कुरिल्ला ने पिछले महीने पाकिस्तान का दौरा किया था।
2007 में हुई थी TTP की स्थापना
कई आतंकी संगठनों ने मिलकर 2007 में TTP की स्थापना की थी। यह अफगानिस्तान के तालिबान से अलग है, लेकिन इसे पाकिस्तान का सबसे खूंखार आतंकी संगठन माना जाता है। TTP को अल कायदा का करीबी माना जाता है और यह पाकिस्तान में कई घातक हमले कर चुका है। 2008 में इस्लामाबाद के मेरियट होटल और 2009 में पाकिस्तानी सेना मुख्यालय पर TTP ने हमला किया था। मलाला युसुफजई पर हमले की जिम्मेदारी भी इसी आतंकी संगठन ने ली थी।