दक्षिण कोरिया ने जेजू एयर हवाई दुर्घटना पर अपनी पहली रिपोर्ट सौंपी, जानिए क्या कहा
क्या है खबर?
दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने पिछले साल दिसंबर में हुए जेजू एयर विमान हादसे की प्रारंभिक रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र विमानन एजेंसी, अमेरिका, फ्रांस और थाईलैंड के अधिकारियों को सौंप दी है।
सोमवार को सौंपी गई प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में हुए सबसे घातक हादसे की जांच अभी जारी है।
कोरियाई जांच अधिकारियों ने हादसे में पक्षी हमले की भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया है। साथ ही इंजनों और 'लोकलाइजर' लैंडिंग मार्गदर्शन संरचना का विश्लेषण शामिल है।
जांच
विमान के पंख में पक्षी के खून के धब्बे मिले
रिपोर्ट में कहा गया है कि पायलटों द्वारा पक्षी के टकराने का सटीक समय अभी तक पुष्ट नहीं हुआ, लेकिन विमान ने उड़ान भरने के दौरान पक्षी के टकराने की आपातकालीन घोषणा की थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों इंजनों की जांच की गई और प्रत्येक पर पंख और पक्षी के खून के धब्बे पाए गए हैं।
तटबंध से टकराने के बाद आग लगी और आंशिक विस्फोट हुआ। दोनों इंजन मिट्टी के ढेर में दब गए।
सवाल
रिपोर्ट में कुछ सवालों को जवाब उलझे
CNN के मुताबिक, रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया है कि पायलटों द्वारा 'मेडे' घोषित करने से ठीक पहले 2 डेटा रिकॉर्डर ने एक साथ रिकॉर्डिंग बंद क्यों की।
इसके अलावा जिस समय ब्लैकबॉक्स ने रिकॉर्डिंग बंद की, उस समय विमान 498 फीट की ऊंचाई पर 161 नॉट्स यानी 298 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से उड़ रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि हवाई पट्टी पर विमान के नेविगेशन में सहायता करने वाले लोकलाइजर संरचना से टकराने पर हादसा हुआ।
जानकारी
12 महीनों में अंतिम रिपोर्ट
संयुक्त राष्ट्र का अंतरराष्ट्रीय नागरिक विमानन संगठन (ICAO) दुर्घटना जांचकर्ताओं को हादसे के 30 दिनों के भीतर प्रारंभिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहता है और अंतिम रिपोर्ट 12 महीनों के अंदर सार्वजनिक करनी होती है। मामले की जांच अभी जारी है।
हादसा
हादसे में हुई थी 179 लोगों की मौत
रविवार 29 दिसंबर को बैंकॉक से मुआन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे जा रहा जेजू एयर का बोइंग 737-800 विमान दुर्घटनाग्रस्त होकर हवाई अड्डे की दीवार से टकरा गया।
हादसे के बाद पूरे विमान में आ लग गई और इसमें सवार 181 लोगों में से केवल 2 लोग जिंदा बचे।
बताया गया कि विमान के लैंडिंग गियर में खराबी और प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों की वजह से हादसा हुआ।
हादसे के बाद दक्षिण कोरिया ने 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया था।