कनाडा: भारतीय मूल के शख्स की हत्या, 11 साल के बेटे को भी गोलियों से भूना
कनाडा में एक भारतीय मूल के सिख व्यक्ति और उसके 11 वर्षीय बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। ये घटना एडमॉन्टन शहर में एक शॉपिंग प्लाजा के बाहर हुई। पुलिस ने कहा कि दोनों पीड़ितों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। पुलिस ने घटना के पीछे गैंगवार की आशंका जताई है। पुलिस के मुताबिक, हिंसा में मारा गया सिख हरप्रीत सिंह उप्पल कनाडा के संगठित अपराध के क्षेत्र का कुख्यात व्यक्ति था।
क्या है मामला?
पुलिस के मुताबिक, उप्पल और उनके 11 वर्षीय बेटे की दिनदहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी गई। हमलावरों ने उप्पल की कार का पीछा किया और मौका पाते ही घटना को अंजाम दे दिया। हालांकि, कार में उप्पल के बेटे का दोस्त भी सवार था, जिसे कोई चोट नहीं आई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है।
पुलिस को गैंगवार का शक
पुलिस ने कहा कि उप्पल ब्रदर्स कीपर्स नामक गिरोह का सदस्य था, जिसकी UN गिरोह से रंजिश चल रही थी। इसी संबंध में वारदात को अंजाम दिया गया है। इससे पहले अक्टूबर, 2021 में भी उप्पल पर जानलेवा हमला हुआ था। तब वे अपने परिवार के साथ एक रेस्त्रां में खाना खा रहे थे। हालांकि, इस हमले में उप्पल बच निकले थे। पुलिस ने गैंगवार में बच्चे की हत्या होने पर हैरानी जताई है।
उप्पल पर दर्ज थे कई मामले
2013 में उप्पल को गैरकानूनी तरीके से हथियार रखने के आरोप में 15 महीने की सजा हुई थी। उस पर कोकीन की तस्करी करने का भी आरोप था। इस मामले में उप्पल के खिलाफ अगले साल से सुनवाई शुरू होनी थी। उप्पल पर हथियार से हमला करने और गैरकानूनी बंदूक रखने का भी आरोप लगाया गया था। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि उप्पल एडमॉन्टन के संगठित अपराध क्षेत्र में एक 'बड़ा नाम' था.
पुलिस ने लोगों से की जांच में सहयोग की अपील
पुलिस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जब हमलावरों को पता लग गया कि उप्पल अपने बेटे के साथ हैं तो उन पर जानबूझकर हमला किया गया। पुलिस ने कहा, "उप्पल की काफी जान-पहचान थी और ड्रग के मामले में पुलिस की निगाह उन पर थी। नाबालिग की हत्या बेहद निंदनीय है। एक वक्त पर बच्चों को मारना ऐसी सीमा रेखा थी, जिसे अपराधी गिरोह के सदस्य पार नहीं करते थे।"