
रूस: बच्चे को केवल धूप खिला रहा था इंफ्लुएंसर, भूख से मौत के बाद हुई सजा
क्या है खबर?
रूस के मशहूर इंफ्लुएंसर मैक्सिम ल्यूटी (44) को अपने नवजात बच्चे को बिना दूध और भोजन के सिर्फ सूर्य की रोशनी से जीवित रखने की कोशिश का भारी खामियाजा उठाना पड़ा।
एक महीने से भी कम उम्र के बच्चे कॉसमॉस की निमोनिया और कमजोरी की वजह से मौत हो गई। बच्चे की मौत का दोषी मानकर ल्यूटी को 8 साल की सजा सुनाई गई है।
मिरर के मुताबिक, ल्यूटी ने बच्चे का जन्म जबरदस्ती घर पर ही कराया था।
क्रूरता
ठंडे पानी में डाल दिया था बच्चे को
रिपोर्ट के मुताबिक, ल्यूटी ने बच्चे पर कई प्रयोग किए थे। एक बार वह अपनी पत्नी ऑक्साना मिरोनोवा (34) से बच्चे को दूर ले गया था और उसको ठंडे पानी में डाला था।
बच्चा उसे बर्दाश्त नहीं कर सका और उसको सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। इसके बाद भी ल्यूटी बच्चे को अस्पताल नहीं ले गया। उसका मानना था कि बच्चा इससे मजबूत होगा।
कोर्ट में ल्यूटी ने कहा कि उसका इरादा बच्चे को मारना नहीं था।
सजा
बच्चे पर प्रयोग करना चाहता था ल्यूटी
मिरोनोवा की बहन ने बताया कि ल्यूटी बच्चे पर प्रयोग करना चाहता था, उसने बच्चे को स्तनपान तक नहीं करने दिया और सूरज की रोशनी पर ही जिंदा रखना चाहा।
उन्होंने बताया कि ल्यूटी अपने बच्चे को सूर्य की रोशनी से जीवित रखने का प्रयोग करना चाहता था, ताकि बाद में वह प्रचार कर सके।
उन्होंने बताया कि गर्भावस्था के समय ल्यूटी ने मिरोनोवा को संपूर्ण आहार लेने से रोका था और उसे पूर्णतया शाकाहारी (वीगन) भोजन दिया था।