हवाई अड्डे पर फिलिस्तीन समर्थकों ने लगाए 'अल्लाहु अकबर' के नारे, रूस ने 'बाहरी हस्तक्षेप' बताया
रूस के दक्षिणी हिस्से में रविवार को दागेस्तान के माखचकाला शहर में फिलिस्तीन समर्थक अचानक हवाई अड्डे के अंदर पहुंच गए और प्रदर्शन कर हवाई पट्टी बंद कर दी। इस पर क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने सोमवार को कहा कि यह सर्वविदित और स्पष्ट है कि माखचकाला हवाई अड्डे पर कल की घटनाएं काफी हद तक 'बाहरी हस्तक्षेप' का परिणाम हैं। रूसी सरकार ने हवाई अड्डे पर हमला करने के मामले में 60 लोगों को गिरफ्तार किया है।
आगे क्या बोले प्रवक्ता?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रवक्ता ने हिंसा को किसने और क्यों अंजाम दिया, इसके बारे में कुछ नहीं बताया। हालांकि, उन्होंने कहा कि उत्तरी काकेशस में मुख्य रूप से मुस्लिम क्षेत्र में लोगों को उत्तेजित करने के लिए गाजा में पीड़ादायक छवियों का इस्तेमाल किया था। रूस के आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि इजरायल से एक विमान के आने के तुरंत बाद सैकड़ों इजरायल विरोधी प्रदर्शनकारियों ने हवाई अड्डे पर धावा बोल दिया और 'अल्लाहु अकबर' के नारे लगाए।
क्या है मामला?
इजरायल-हमास युद्ध के बीच रविवार को इजरायल के विरोध में लोग इकट्ठा हुए और मखाचकाला हवाई अड्डे पर धावा बोल दिया। इस दौरान उन्होंने यहूदी विरोधी नारे लगाए और टर्मिनल में प्रवेश करने के बाद तोड़फोड़ की। प्रदर्शनकारियों का एक वीडियो भी सामने आया है। प्रदर्शनकारियों के कारण हवाई पट्टी को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया और कई विमानों के दिशा में परिवर्तन किया गया। बता दें, युद्ध में अभी तक 8,500 से अधिक लोग मारे गए हैं।