भारत-चीन संबंधों पर अमेरिका ने ऐसा क्या कहा, जो भड़का चीन? जानें पूरा मामला
क्या है खबर?
अमेरिका के रक्षा मंत्रालय की एक रिपोर्ट में चीन और भारत के संबंधों को लेकर कई दावे किए गए हैं। इसी रिपोर्ट में पाकिस्तान के साथ चीन के बढ़ते रक्षा सहयोग को लेकर भी कई बातें कही गई हैं। अब चीन ने इस रिपोर्ट को पूरी तरह खारिज करते हुए झूठे विमर्शों के जरिए मतभेद पैदा करने की कोशिश बताया है। चीन ने कहा कि भारत-चीन सीमा पर हालात स्थिर हैं। आइए समझते हैं पूरा मामला क्या है।
अमेरिका
अमेरिका ने अपनी रिपोर्ट में क्या-क्या दावे किए थे?
अमेरिकी रक्षा विभाग ने कहा था कि चीन सीमा पर तनाव का फायदा उठाकर भारत के साथ अपने संबंधों को स्थिर करना चाहता है और अमेरिका-भारत संबंधों को मजबूत होने से रोकने की कोशिश कर रहा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि चीन ने भारत के साथ दोहरा रवैया अपनाया है। इसके अलावा ये भी दावा किया गया है कि चीन ने अपनी 3 नई बनी सुविधाओं में 100 से ज्यादा इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलें तैनात की हैं।
रिपोर्ट
रिपोर्ट में पाकिस्तान को लेकर क्या-क्या कहा गया है?
रिपोर्ट में चीन और पाकिस्तान के बीच रक्षा और अंतरिक्ष सहयोग का जिक्र है। इसमें कहा गया है कि चीन पाकिस्तान में सैन्य ठिकाना बनाने का विचार कर सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले 5 सालों में पाकिस्तान को 36 J-10C लड़ाकू विमान और 4 फ्रिगेट जहाज दिए। इसके अलावा दोनों देश मिलकर JF-17 लड़ाकू विमान बना रहे हैं। पेंटागन ने इस रिपोर्ट को 'मिलिट्री एंड सिक्योरिटी डेवलपमेंट्स इन्वॉल्विंग द पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना' नाम दिया है।
अरुणाचल प्रदेश
रिपोर्ट में अरुणाचल प्रदेश का भी जिक्र
रिपोर्ट में चीन के 3 'मुख्य हितों' का जिक्र है। पहला मामला चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नियंत्रण, दूसरा चीन के आर्थिक विकास को बढ़ावा देना और तीसरा चीन की संप्रभुता के विस्तार और क्षेत्रीय दावों से जुड़ा है। रिपोर्ट में कहा गया है, "चीन के नेतृत्व ने 'मुख्य हित' का दायरा बढ़ाकर उसमें ताइवान और दक्षिण चीन सागर, सेनकाकू द्वीप समूह और अरुणाचल प्रदेश में क्षेत्रीय विवादों के बीच चीन के संप्रभुता के दावों को शामिल कर लिया है।"
चीन
अमेरिकी रिपोर्ट पर चीन ने क्या कहा?
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा, "रिपोर्ट में चीनी रक्षा नीति को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। यह चीन और दूसरे देशों के बीच मतभेद पैदा करने का प्रयास है और अपनी सैन्य श्रेष्ठता दिखाने का अमेरिका का बहाना है। चीन इसका कड़ा विरोध करता है।" चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता झांग शियागांग ने कहा, "अमेरिका हर साल ऐसी रिपोर्ट जारी करता है, जिनके जरिए चीन के आंतरिक मामलों में बड़े पैमाने पर हस्तक्षेप किया जाता है।"
सीमा विवाद
भारत के साथ सीमा विवाद पर चीन ने क्या कहा?
लिन ने कहा, "बीजिंग नई दिल्ली के साथ अपने संबंधों को रणनीतिक ऊंचाई और दीर्घकालिक परिप्रेक्ष्य से देखता और संभालता है। हम भारत के साथ संचार को मजबूत करने, आपसी विश्वास और सहयोग बढ़ाने, मतभेदों को उचित तरीके से संभालने और सुदृढ़ और स्थिर द्विपक्षीय संबंध को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं। सीमा का मुद्दा चीन-भारत के बीच का मामला है। दोनों देशों के बीच वर्तमान सीमा स्थिति स्थिर है और संचार के सुचारू माध्यम मौजूद हैं।"