पाकिस्तानी सेना की खैबर पख्तूनख्वा में बड़ी कार्रवाई, 30 आतंकियों को किया ढेर
क्या है खबर?
पाकिस्तान की सेना ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में शनिवार को चलाए गए 3 अलग-अलग आतंकवाद विरोधी अभियानों में 30 आतंकवादियों को मार गिराने में सफलता हासिल की है।
इस दौरान 8 आतंकी घायल भी हुए हैं। सेना ने आतंकियों के ठिकानों पर छापेमारी कर भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया है।
पाकिस्तानी सेना ने अभियान की पुष्टि करते हुए कहा है कि आतंकियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा।
कार्रवाई
सेना ने कहां-कहां की कार्रवाई?
पंजाब पुलिस के आतंकवाद रोधी विभाग (CDC) के प्रवक्ता ने बताया कि लक्की मर्वत, करक और खैबर जिलों में अभियान चलाया गया था। इस दौरान लक्की मर्वत क्षेत्र की कार्रवाई में 18 आतंकियों को मार गिराया, जबकि करक जिले में 8 आतंकियों को ढेर किया गया। इसी तरह खैबर में हुई मुठभेड़ में 4 आतंकियों की मौत हो गई और 8 अन्य घायल हो गए।
उन्होंने बताया कि आतंकियों के ठिकारों से हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किए हैं।
बयान
सेना ने अभियान को बताया आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई का हिस्सा
सेना के अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई का हिस्सा बताया है। इसका उद्देश्य देश से आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करना है। ऐसे में आतंकियों के सफाए के लिए आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।
इससे पहले कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने पंजाब प्रांत में आतंकियों के बड़े नेटवर्क को ध्वस्त करते हुए प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के 10 आतंकवादियों को गिरफ्तार भी किया था।
तारीफ
राष्ट्रपति जरदारी और प्रधानमंत्री शरीफ ने की सुरक्षा बलों की प्रशंसा
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इन सफल अभियानों के लिए सुरक्षा बलों की प्रशंसा की।
राष्ट्रपति जरदारी ने 30 आतंकवादियों को मार गिराने को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों का अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक आतंकवाद पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान सभी तरह के आतंकवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।
परेशानी
पाकिस्तान में 2024 में हुए 444 आतंकी हमले
सेंटर फॉर सिक्योरिटी एंड स्ट्रैटेजिक स्टडीज (CRSS) द्वारा जारी CRSS वार्षिक सुरक्षा रिपोर्ट 2024 ने पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति को लेकर बेहद चिंताजनक आंकड़े प्रस्तुत किए हैं।
इस रिपोर्ट के अनुसार, साल 2024 पाकिस्तान के नागरिक और सैन्य सुरक्षा बलों के लिए एक दशक में सबसे घातक वर्ष साबित हुआ, जिसमें कम से कम 685 मौतें और 444 आतंकवादी हमले हुए।
इसके बाद सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाना शुरू कर दिया।
संगठन
पाकिस्तान के लिए परेशानी बना TTP संगठन
TTP पाकिस्तान के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। वह लगातार पाकिस्तानी सेना को निशाना बना रहा है। इसके चलते अब तक कई सैनिकों की मौत हो चकी है।
ऐसे में अब पाकिस्तान ने TTP के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है।
बता दें कि 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान ने सत्ता पर कब्जा कर लिया था। अफगानिस्तान में सत्ता कब्जाने के बाद से पाकिस्तान में TTP और मजबूत हुआ है। इसे तालिबान का करीबी सहयोगी माना जाता है।