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संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान-चीन के प्रयासों को बड़ा झटका, बलूच लिबरेशन आर्मी पर प्रतिबंध से रोका
पाकिस्तान और चीन को बलूच लिबरेशन आर्मी पर प्रतिबंध लगाने के प्रयास को झटका (प्रतीकात्मक तस्वीर)

संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान-चीन के प्रयासों को बड़ा झटका, बलूच लिबरेशन आर्मी पर प्रतिबंध से रोका

लेखन गजेंद्र
Sep 19, 2025
10:23 am

क्या है खबर?

संयुक्त राष्ट्र में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) पर प्रतिबंध लगाने के पाकिस्तान और चीन के प्रयास को अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस से झटका लगा है। तीनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र में BLA और उसकी शाखा मजीद ब्रिगेड पर प्रतिबंध लगाने से हाथ खड़े कर दिए हैं, जिससे पाकिस्तान और चीन को धक्का लगा है। बता दें कि अमेरिका ने यह निर्णय तब लिया है, जब कुछ हफ्ते पहले ही उसने BLA को आतंकवादी समूह घोषित किया है।

फैसला

क्यों नहीं लगाया गया प्रतिबंध?

संयुक्त रूप 1267 व्यवस्था के तहत प्रतिबंध को रोकते हुए अमेरिका और सहयोगियों ने कहा कि इन समूहों को अलकायदा या ISIL से जोड़ने के पर्याप्त सबूत नहीं हैं। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र 1267 व्यवस्था, 1999 के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद संकल्प 1267 को संदर्भित करती है, जो अल-कायदा, तालिबान और ISIL (दाएश) से जुड़े व्यक्तियों या संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाती है। इसके तहत यात्रा प्रतिबंध, संपत्ति जब्त करना और हथियार प्रतिबंध लगाए जाते हैं।

प्रस्ताव

पाकिस्तान और चीन ने दिया था संयुक्त प्रस्ताव

पाकिस्तान और चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में BLA और उसकी आत्मघाती शाखा मजीद ब्रिगेड को आतंकवादी इकाई के रूप में नामित करने के लिए एक संयुक्त प्रस्ताव प्रस्तुत किया था। संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार अहमद ने कहा था कि पाकिस्तान-चीन ने संयुक्त रूप से 1267 प्रतिबंध समिति के समक्ष BLA और मजीद ब्रिगेड को प्रतिबंधित करने का अनुरोध प्रस्तुत किया है। अहमद ने उम्मीद जताई थी कि परिषद प्रतिबंध पर शीघ्र कार्रवाई करेगी।

जिम्मा

संयुक्त राष्ट्र की समिति का पाकिस्तान है अध्यक्ष

अहमद ने कहा कि ISIL, अल-कायदा, तहरीक-ए तालिबान पाकिस्तान, ईस्ट तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट, BLA, मजीद ब्रिगेड सहित आतंकवादी संगठन अफगान पनाहगाहों से अपनी गतिविधियां संचालित करते हैं। उन्होंने कहा कि इसकी 60 से अधिक आतंकी शिविर सीमा पार हमलों को संभव बनाने के लिए केन्द्र के रूप में काम कर रहे हैं। बता दें कि पाकिस्तान 2025 के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध समिति का अध्यक्ष है। वह आतंकवाद-रोधी समिति का उपाध्यक्ष भी है।