
सम्मोहक और दूरदर्शी कृति के लिए साहित्य में नोबेल पुरस्कार हंगेरियन लेखक लास्ज़लो क्राज़्नाहोरकाई को मिला
क्या है खबर?
साहित्य में नोबेल पुरस्कार 2025 का ऐलान हो गया है। यह पुरस्कार हंगरी के लेखक लास्ज़लो क्राज़्नाहोरकाई को दिया गया है। यह पुरस्कार उनको उनके सम्मोहक और दूरदर्शी कृति के लिए मिला है, जो सर्वनाशकारी आतंक के बीच कला की शक्ति की पुष्टि करता है। साहित्य में 2024 का नोबेल पुरस्कार दक्षिण कोरियाई लेखिका हान कांग को मिला था, जो पुरस्कार पाने वाली पहली दक्षिण कोरियाई महिला हैं। 1901-2024 के बीच, साहित्य का नोबेल पुरस्कार 121 विजेताओं को मिला है।
पुरस्कार
कौन हैं लास्जलो क्राज्नाहोरकाई?
क्राज़्नाहोरकाई का जन्म 1954 में दक्षिण-पूर्वी हंगरी के छोटे से कस्बे ग्युला में हुआ था, जो रोमानियाई सीमा के पास है। क्राज़्नाहोरकाई का पहला उपन्यास, 'साटानटांगो' है, 1985 में प्रकाशित हुआ था। इसकी पृष्ठभूमि भी ऐसी ही एक सुदूर ग्रामीण परिवेश में थी। यह हंगरी में एक साहित्यिक घटना और लेखक की अभूतपूर्व कृति बन गया। नोबेल पुरस्कार पृष्ठ पर उन्हें 'मध्य यूरोपीय परंपरा का एक महान महाकाव्य लेखक' बताया गया है, जो काफ़्का से थॉमस बर्नहार्ड तक फैली है।
लेखन
मिल चुके हैं कई पुरस्कार
उनके उपन्यासों ने उन्हें कई पुरस्कार दिलाए हैं, जिनमें 2019 का अनुवादित साहित्य के लिए राष्ट्रीय पुस्तक पुरस्कार और 2015 का मैन बुकर अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार शामिल हैं। उनके कई उपन्यासों, विशेष रूप से 'साटानटांगो' और 'द मेलानचोली ऑफ़ रेसिस्टेंस' पर फीचर फिल्में बनाई गई हैं। 2021 में पहली बार प्रकाशित 'हर्शट 07769' को देश की सामाजिक अस्थिरता को सटीकता से दर्शाने के कारण एक उल्लेखनीय समकालीन जर्मन उपन्यास माना गया है।
घोषणा
कल होगी शांति पुरस्कार की घोषणा
नोबेल पुरस्कारों की शुरुआत 1901 में हुई थी। ये पुरस्कार पिछले 12 महीनों में मानवता की भलाई और विज्ञान की दिशा बदलने वालों को सम्मानित करने के लिए मिलता है। अभी चिकित्सा में मैरी ई ब्रुंको, फ्रेड रामस्डेल और शिमोन साकागुची, भौतिकी में जॉन क्लार्क, मिशेल एच डेवोरेट और जॉन एम मार्टिनिस और रसायन विज्ञान में सुसुमु कितागावा, रिचर्ड रॉबसन और उमर एम. याघी को संयुक्त रूप से पुरस्कार मिला है। शुक्रवार को बहुप्रतीक्षित नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा होगी।