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    नेस्ले भारत समेत कई गरीब देशों में बिकने वाले सेरेलक में डाल रही चीनी- रिपोर्ट 
    नेस्ले गरीब देशों में बिकने वाले सेरेलक में चीनी मिला रही है

    नेस्ले भारत समेत कई गरीब देशों में बिकने वाले सेरेलक में डाल रही चीनी- रिपोर्ट 

    लेखन आबिद खान
    Apr 18, 2024
    10:45 am

    क्या है खबर?

    अगर आप भी अपने बच्चों को नेस्ले कंपनी का सेरेलक दे रहे हैं तो सावधान हो जाइए। सेरेलक को लेकर सामने आई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि नेस्ले भारत, एशियाई और अफ्रीकी देशों में बेचे जाने वाले सेरेलक में चीनी मिला रही है, जबकि यूरोपीय देशों और ब्रिटेन में वे शुद्ध और बिना चीनी मिला सेरेलक बेच रही है।

    ये खुलासा जांच संगठन पब्लिक आई और इंटरनेशनल बेबी फूड एक्शन नेटवर्क (IBFAN) ने किया है।

    भारत

    रिपोर्ट में भारत को लेकर क्या खुलासे हुए हैं?

    रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में बिकने वाले सभी 15 सेरेलक के एक चम्मच में औसतन लगभग 3 ग्राम चीनी होती है। अध्ययन में कहा गया है कि यही उत्पाद जर्मनी और ब्रिटेन में बिना चीनी के बेचा जा रहा है, जबकि इथियोपिया और थाईलैंड में इसमें लगभग 6 ग्राम चीनी होती है।

    इसके अलावा इन उत्पादों की पैकेजिंग पर उपलब्ध पोषण संबंधी जानकारी में चीनी की अतिरिक्त मात्रा का खुलासा भी नहीं किया जाता है।

    देश

    बाकी देशों में क्या है स्थिति? 

    दक्षिण अफ्रीका में हर सेरेलक में 4 ग्राम या इससे ज्यादा चीनी पाई गई है। ब्राजील में परीक्षण किए गए 8 में से 2 तरह के सेरेलक में कोई चीनी नहीं पाई गई, लेकिन 6 में चीनी की मात्रा औसतन 3 ग्राम थी।

    नाइजीरिया में बिकने वाले सेरेलक में चीनी की मात्रा 6.8 ग्राम मिली। इसी तरह इंडोनेशिया में 100 ग्राम सेरेलक में 2 ग्राम चीनी पाई गई।

    WHO

    WHO ने जताई चिंता

    रिपोर्ट पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के वैज्ञानिक निगेल रोलिंस ने कहा, "यह दोहरा मानक है, जिसे उचित नहीं ठहराया जा सकता। नेस्ले स्विट्जरलैंड में इन उत्पादों में चीनी इस्तेमाल नहीं करता, लेकिन कुछ देशों में वह ऐसा कर रहा है।"

    WHO ने चेतावनी दी है कि छोटे बच्चों को जीवन की शुरुआत में ही चीनी देने से उस पर मोटापे और अन्य पुरानी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

    नेस्ले

    मामले पर नेस्ले का क्या कहना है?

    नेस्ले इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा कि वे सभी स्थानीय नियमों और अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन करते हैं और पिछले 5 सालों में अपने शिशु उत्पादों में चीनी को 30 प्रतिशत तक कम कर चुके हैं।

    लाइवमिंट से बात करते हुए प्रवक्ता ने कहा, "बेबी फूड उच्च नियंत्रण श्रेणी में आते हैं। पिछले 5 सालों में नेस्ले इंडिया ने हमारे शिशु अनाज पोर्टफोलियो में अतिरिक्त चीनी को 30 प्रतिशत तक कम कर दिया है।"

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