NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / दुनिया की खबरें / म्यांमार: नोबेल विजेता आंग सू की को चार साल की सजा; क्या है पूरा मामला?
    अगली खबर
    म्यांमार: नोबेल विजेता आंग सू की को चार साल की सजा; क्या है पूरा मामला?
    म्यांमार: नोबेल विजेता आंग सू की को चार साल की सजा

    म्यांमार: नोबेल विजेता आंग सू की को चार साल की सजा; क्या है पूरा मामला?

    लेखन मुकुल तोमर
    Jan 10, 2022
    05:15 pm

    क्या है खबर?

    सैन्य शासित म्यांमार में एक कोर्ट ने नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू की को चार साल जेल की सजा सुनाई है। उनके पास से एक वॉकी-टॉकी पाए जाने के बाद सू की को ये सजा दी गई है।

    उन्हें पिछले साल भी दो मामलों में सजा सुनाई गई थी और उनकी जेल की सजा अब छह साल की हो गई है।

    उन पर कुल एक दर्जन मामले चल रहे हैं जिनमें कुल 100 साल की सजा का प्रावधान है।

    मामला

    सू की के घर से मिले थे छह गैरकानूनी वॉकी-टॉकी

    मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि 1 फरवरी, 2021 को गिरफ्तारी के कुछ दिन बाद ही सू की के घर से छह गैरकानूनी तरीके से आयात किए गए वॉकी-टॉकी बरामद किए गए थे।

    पिछले साल कोर्ट ने उन्हें एक निर्यात-आयात कानून को उल्लंघन करने के लिए दो साल और सिग्नल जैमर्स का सेट प्रयोग करने के लिए एक साल की सजा सुनाई थी। दोनों सजाएं साथ-साथ चलेंगी।

    अन्य मामले

    कोरोना नियमों के उल्लंघन के लिए भी सू की को हुई है सजा

    सू की को 6 दिसंबर को कोरोना वायरस से संबंधित नियम तोड़ने के लिए दो साल की सजा भी सुनाई गई थी। बाद में इस सजा को घटाकर दो साल कर दिया गया।

    उन्हीं दी जा रही इन सजाओं की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़ी आलोचना की जा रही है। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने सोमवार को कहा कि सू की को सुनाई गई ताजा सजा को एक जन नेता के खिलाफ हास्यास्पद मुकदमे में नवीनतम कार्रवाई बताया है।

    पक्ष

    सू की के समर्थकों ने मुकदमों को बताया फर्जी

    सू की के समर्थकों ने कहा है कि उनके खिलाफ चल रहे मुकदमे आधारहीन और झूठे हैं और उनके राजनीतिक करियर का अंत करने के लिए ऐसा किया जा रहा है ताकि सेना बिना किसी चुनौती के अपनी सत्ता को चलाने के लिए स्वतंत्र हो जाए।

    वहीं सैन्य सरकार ने कहा है कि सू की को उचित प्रक्रिया के तहत उनके प्रशासन द्वारा नियुक्त जज की कोर्ट में मौका दिया जा रहा है।

    सैन्य तख्तापलट

    सेना ने पिछले साल किया था चुनी हुई सरकार का तख्तापलट

    बता दें कि पिछले साल 1 फरवरी को म्यांमार की सेना ने चुनी हुई सरकार का तख्तापलट कर दिया था और सर्वोच्च नेता आंग सान सू की और राष्ट्रपति विन म्यिंट समेत कई शीर्ष नेताओं को हिरासत में लेकर देश में एक साल के लिए आपातकाल लगा दिया था।

    तख्तापलट के बाद पूर्व जनरल म्यिंट स्वी को कार्यकारी राष्ट्रपति बना दिया गया था और सैन्य प्रमुख मिन आंग लाइंग ने देश का शासन अपने हाथों में ले लिया था।

    सैन्य शासन

    म्यांमार में सैन्य शासन का पुराना इतिहास

    गौरतलब है कि म्यांमार में सैन्य शासन और तख्तापलट का पुराना इतिहास है और 1948 में आजादी के बाद यहां पहली बार 1962 में सैन्य तख्तापलट हुआ था।

    इसके बाद यहां पांच दशक तक सैन्य तानाशाही बनी रही और इसी दौरान सू ची ने 1989 से 2010 तक लगभग दो दशक नजरबंदी में गुजारे।

    2011 में सेना ने अचानक सैन्य शासन हटा दिया और इसके बाद 2015 और 2019 में हुए दो चुनावों में NLD ने बड़ी जीत दर्ज की।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    म्यांमार

    ताज़ा खबरें

    रिहाना के पिता रोनाल्ड फेंटी का निधन, कुछ साल पहले गायिका ने किया था केस रिहाना
    पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश: 2 दिन में 32 की मौत, सिक्किम में 1,500 पर्यटक फंसे भूस्खलन
    एलन मस्क ने ड्रग्स लेने की बात स्वीकारी, मीडिया के दावों को किया खारिज  एलन मस्क
    गूगल ने AI मॉडल के चलाने के लिए पेश किया ऐप, जानिए क्या मिलती है सुविधा  गूगल

    म्यांमार

    क्या है BIMSTEC? जिसके नेता प्रधानमंत्री मोदी के शपथ समारोह में आएंगे पाकिस्तान समाचार
    भारत और म्यांमार की सेनाओं ने संयुक्त अभियान में नष्ट किए उग्रवादियों के ठिकाने भारत की खबरें
    क्या इंटरनेट बंद कर डिजिटल बनेगा इंडिया? जानिये क्या कहते हैं आंकड़े चीन समाचार
    नागरिकता कानून के बाद अब रोहिंग्या को निकालने पर विचार कर रही सरकार भारत की खबरें
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025