केन्या: प्रभु से मुलाकात के नाम पर 200 लोगों की आत्महत्या का मामला क्या है?
अफ्रीकी देश केन्या में प्रभु यीशू से मुलाकात के नाम पर भूखे रहकर आत्महत्या करने वालों का आंकड़ा 201 हो गया है। सामूहिक कब्रों में से लोगों के शव बाहर निकाले जा रहे हैं और मृतकों में सबसे ज्यादा बच्चे हैं। अदालत ने इस मामले में गिरफ्तार किए गए पादरी को जमानत देने से इनकार कर दिया है। मामले की शुरुआत अप्रैल में हुई थी, तब एक साथ 58 लोगों के शव कब्र से निकाले गए थे।
क्या है पूरा मामला?
केन्या के तटीय शहर मालिंदी के पास शकाहोला के जंगलों में 'द गुड न्यूज इंटरनेशनल' नामक एक चर्च है। 13 अप्रैल को पुलिस को शिकायत मिली थी कि चर्च में दो बच्चों की दम घुटने और भूखे रहने से मौत हो गई है। इसके बाद 800 एकड़ में फैले चर्च में पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू किया, जिसमें कई सामूहिक कब्रें मिलीं। पुलिस को शुरुआत में 58 शव बरामद हुए और 1 मई तक आंकड़ा 101 पर पहुंच गया था।
अब तक कब्रों से निकाले गए 201 शव
अप्रैल से जारी इस अभियान में अब तक कब्रों से 201 शव निकाले जा चुके हैं। अभी आंकड़ा और बढ़ने की आशंका है क्योंकि इलाके से अभी भी कई लोगों गायब हैं। रेड क्रॉस सोसायटी का कहना है कि कई शवों में से अंग गायब थे। इस आधार पर मानव अंगों की तस्करी की आशंका भी जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस के डर से कई लोग जंगलों में छिप गए हैं।
पादरी ने लोगों को सामूहिक आत्महत्या के लिए उकसाया
इस मामले में 14 अप्रैल को पुलिस ने चर्च के पादरी पॉल मैकेंजी को गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा है कि मैकेंजी ने अनुयायियों को दुनिया के खत्म होने से पहले स्वर्ग में पहुंचने और प्रभु यीशू से मुलाकात का रास्ता बताया। इसके लिए मैकेंजी ने अनुयायियों से मौत होने तक भूखे रहने को कहा था। इस प्रक्रिया में सबसे पहले बच्चों फिर महिलाओं और फिर पुरुषों ने भूखे रहते हुए दम तोड़ दिया।
पादरी के परिवार ने भी की आत्महत्या
सामूहिक आत्महत्या के इस घटनाक्रम में पादरी के परिवार के भी सभी सदस्यों की मौत हो गई। करीब 600 लोग लापता बताए जा रहे हैं। शनिवार को ही पुलिस ने एक ही कब्र में से 22 शव बरामद किए हैं। कई शवों पर मारपीट के भी निशान है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भूखे रहने और दम घुटने से लोगों की मौत होने की वजह सामने आई है। पुलिस ने कई शवों के DNA सैंपल भी लिए हैं।
कौन है पादरी पॉल मैकेंजी?
मैकेंजी दावा करता है कि उसने प्रभु यीशू को देखा है और उसके पास भविष्यवाणी करने जैसी कई आध्यात्मिक शक्तियां हैं। मैकेंजी ने 2003 में चर्च की स्थापना की थी और वह अपने अनुयायियों से स्कूली शिक्षा छोड़ने, भोजन त्यागने और सरकारी कागजात नष्ट करने जैसी अपील करता था। हालांकि, मैकेंजी ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि उसने चर्च 2019 में ही बंद कर दिया था।