कैटालिन कारिको और ड्रू वीसमैन को मिला चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार, कोविड वैक्सीन से है संबंध
कैटालिन कारिको और ड्रू वीसमैन नामक 2 वैज्ञानिकों को इस साल के नोबेल चिकित्सा पुरस्कार से नवाजा गया है। ये पुरस्कार उन्हें न्यूक्लियोसाइड आधारित संशोधनों से जुड़ी खोज के लिए दिया गया। उनकी इस खोज के कारण ही कोरोना वायरस के खिलाफ प्रभावी mRNA वैक्सीनों को विकसित करने में सफलता मिल पाई। नोबेल पुरस्कार वैज्ञानिक जगत के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक हैं। नोबेल असेंबली के सचिव थॉमस पर्लमैन ने चिकित्सा क्षेत्र के विजेताओं की घोषणा की।
कौन हैं कैटालिन कारिको और वीसमैन?
हंगरी में जन्मीं वैज्ञानिक कैटालिन कारिको 2022 तक अमेरिका की बायोएनटेक कंपनी में वरिष्ठ उपाध्यक्ष और RNA प्रोटीन रिप्लेसमेंट की प्रमुख थीं और उन्होंने कंपनी के सलाहकार के रूप में भी काम किया है। वह हंगरी के सेज्ड विश्वविद्यालय में प्रोफेसर और अमेरिका के पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के पेरेलमैन स्कूल ऑफ मेडिसिन में सहायक प्रोफेसर भी रही हैं। दूसरी अमेरिकी वैज्ञानिक वीसमैन पेरेलमैन स्कूल में वैक्सीन अनुसंधान में प्रोफेसर हैं। दोनों ने 2005 में एक साथ भी काम किया है।
mRNA वैक्सीन के निर्माण में क्या रही दोनों की भूमिका?
mRNA आनुवांशिक सामग्री है, जो हमारे शरीर को ऐसी प्रोटीन बनाने का तरीका बताती है, इम्युन सिस्टम वायरस से लड़ने के लिए तैयार होता है। सिंथेटिक mRNA के शुरुआती प्रोटोटाइप से संक्रमण की संभावना बढ़ जाती थी। कारिको और वीसमैन ने पाया कि mRNA अणुओं में छोटे रासायनिक बदलाव करने से संक्रमण की संभावना न केवल कम होती है, बल्कि स्पाइक प्रोटीन की प्रतियां भी तेजी से बनती हैं। इसी आधार पर फाइजर और मॉडर्ना की mRNA वैक्सीन बनीं।
पिछले साल किसे मिला था चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार?
2022 में स्वीडिश आनुवंशिकीविद स्वांते पाबो को निएंडरथल और डेनिसोवन पर उनके शोध के लिए दिया गया था। निएंडरथल और डेनिसोवन एक प्रकार की इंसान जैसी प्रजाति हैं, जो विलुप्त हो चुकी हैं। पाबो ने इनके जीनोम से जुड़ी खोज की थी। 2021 में अमेरिकी वैज्ञानिक डेविड जूलियस और अर्डेम पटापाउटियन को ये पुरस्कार दिया गया था। बता दें कि 1901 और 2023 के बीच 114 बार में 227 लोगों को नोबेल चिकित्सा पुरस्कार दिया गया है।
क्या हैं नोबेल पुरस्कार?
नोबेल पुरस्कारों की शुरुआत 1901 में हुई थी। ये पुरस्कार पिछले 12 महीनों में मानवता के लिए भलाई करने वाले और विज्ञान की दिशा बदलने वालों को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है। ये पुरस्कार भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, चिकित्सा, साहित्य और शांति के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए हर साल दिए जाते हैं। सबसे पहले चिकित्सा पुरस्कार की घोषणा की जाती है। अर्थशास्त्र में भी नोबेल मेमोरियल पुरस्कार दिया जाता है, जो नोबेल पुरस्कार के समान है।