गाजा से रिहा इजरायली बंधक का दावा, कैद के दौरान उसका बार-बार यौन उत्पीड़न हुआ
क्या है खबर?
गाजा से हाल में रिहा हुए एक इजरायली बंधक ने दावा किया है कि हमास की कैद के दौरान उसने भयानक यौन उत्पीड़न का सामना किया है। पीड़ित 21 वर्षीय रोम ब्रास्लावस्की हैं, जिनका 7 अक्टूबर को नोवा संगीत समारोह से अपहरण किया गया था। हमास के हमले के दौरान वे सुरक्षा गार्ड के रूप में कार्यरत थे। ब्रास्लावस्की पहले पुरुष बंधक हैं, जिन्होंने सार्वजनिक रुप से कैद के दौरान यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
आरोप
पीड़ित ने क्या बताया?
एक टीवी चैनल के साथ साक्षात्कार में पीड़ित ने बताया कि हमास समूह के सशस्त्र आतंकवादियों ने उन्हें नग्न कर बांध दिया था। उन्होंने कहा, "मेरे सारे कपड़े, अंडरवियर, सब कुछ उतार दिया। उन्होंने मुझे बांध दिया। जब मैं पूरी तरह नंगा था, बिना खाने के मर रहा था। मैं भगवान से प्रार्थना कर रहा था- मुझे बचा लो, मुझे अभी इस दुनिया से निकाल लो, और आप बस खुद से यही सोच रहे थे...आखिर हो क्या रहा है?"
बयान
आतंकियों का उद्देश्य मुझे अपमानित करना था- पीड़ित
पीड़ित ने आगे कहा, "यह साफतौर पर यौन उत्पीड़न था और इसका मुख्य उद्देश्य मुझे अपमानित करना, मेरी गरिमा को कुचलना था और उसने ठीक यही किया। मेरे लिए बात करना मुश्किल है। मुझे इसके बारे में बात करना पसंद नहीं है।" बता दें कि ब्रास्लावस्की उन अंतिम 20 जीवित बंधकों में शामिल थे, जो हमास की कैद में 2 साल से ज्यादा समय तक कैद थे, जिन्हें पिछले दिनों इजरायल-हमास के बीच युद्धविराम समझौते के तहत छोड़ा गया है।
आरोप
अब तक महिलाएं ही लगा रही थीं आरोप
हमास की कैद से रिहा होने वाली इजरायल की महिला बंधक ही अभी तक आतंकियों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा रही थीं, लेकिन पुरुष द्वारा सार्वजनिक आरोप लगाने का यह पहला मामला है। पिछले दिनों रिहा हुई इजरायली बंधक अमित सौसाना ने आतंकी पर बंदूक की नोक पर यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। संयुक्त राष्ट्र की विशेष प्रतिनिधि प्रमिला पैटन ने भी पिछले वर्ष रिपोर्ट में कहा था कि गाजा में बंधकों का यौन उत्पीड़न हुआ है।