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इजरायल ने ग्रेटा थनबर्ग के जहाज को हिरासत में लिया, मदद लेकर जा रही थीं गाजा
इजरायल ने गाजा मदद लेकर जा रहे ग्रेटा थनबर्ग के जहाज को हिरासत में ले लिया है

इजरायल ने ग्रेटा थनबर्ग के जहाज को हिरासत में लिया, मदद लेकर जा रही थीं गाजा

लेखन आबिद खान
Jun 09, 2025
11:51 am

क्या है खबर?

इजरायल ने पर्यावरण कार्यकर्ता और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता ग्रेटा थनबर्ग और उनके जहाज को कब्जे में ले लिया है। वे अपने जहाज में गाजा के लिए मानवीय मदद लेकर जा रही थीं। उनके साथ जहाज पर 11 और सामाजिक कार्यकर्ता भी सवार हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इन सभी को इजरायल ले जाया जा रहा है। इससे पहले इजरायल की 5 स्पीड बोट्स ने जहाज को घेर लिया। फिर सैनिकों ने जहाज पर चढ़कर उसे अपने कब्जे में ले लिया।

बयान

संगठन ने कहा- जहाज को इजरायली बलों ने बंधक बनाया

नाव पर इजरायली कब्जा होने के बाद 'फ्रीडम फ्लोटिला' संगठन ने कहा कि उसके कार्यकर्ताओं को इजरायली बलों की ओर से बंधक बना लिया गया है। संगठन ने इंस्टाग्राम पर लिखा, ''मैडलीन' इस समय अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में हमले की चपेट में है। क्वाडकॉप्टर जहाज को घेर रहे हैं और उस पर सफेद रंग जैसा पदार्थ छिड़क रहे हैं। संचार व्यवस्था ठप हो गई है और रेडियो पर परेशान करने वाली आवाजें सुनाई दे रही हैं।'

इजरायल 

जहाज को हिरासत में लेने पर इजरायल ने क्या कहा?

इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज के अनुसार, जहाज को बंदरगाह शहर अशदोद ले जाया जा रहा है। यह पश्चिमी तट पर स्थित है, जो गाजा पट्टी के उत्तर में लगभग 27 किलोमीटर दूर है। काट्ज ने कहा कि सभी कार्यकर्ता सुरक्षित हैं और सुरक्षित तरीके से इजरायल की ओर बढ़ रहे हैं। काट्स ने बताया कि इजरायल पहुंचने पर सभी कार्यकर्ताओं को 7 अक्टूबर को किए गए हमले का वीडियो दिखाया जाएगा।

सवारी

जहाज पर कौन-कौन सवार है?

जहाज पर थनबर्ग के अलावा यूरोपीय संसद में फिलिस्तीन मूल की सांसद रीमा हसन, जर्मनी की सामाजिक कार्यकर्ता यासमीन अकार, फ्रांस के डॉक्टर बप्टिस्ट आंद्रे, ब्राजील के सामाजिक कार्यकर्ता थिआगो अवीला, फ्रांस के पत्रकार उमर फायद और यानिस महमदी, फ्रांस के ही सामाजिक कार्यकर्ता पास्कल मौरिएरस, तुर्की के इंजीनियर शोएब ओर्दु, स्पेन के सामाजिक कार्यकर्ता सर्जियो तोरिबियो, नीदरलैंड के कार्यकर्ता मार्को वैन रेनेस और फ्रांस के सामाजिक कार्यकर्ता रिवा वेयार्ड सवार हैं।

मदद

मानवीय मदद लेकर गाजा जा रही हैं थनबर्ग

दरअसल, इजरायल ने गाजा में राहत सामग्री के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा रखी है। इससे वहां भूखमरी जैसे हालात हैं। इसी वजह से थनबर्ग एक जहाज में कुछ खाद्य सामग्री, वाटर प्यूरीफायर, अनाज, दूध और डायपर जैसी चीजें लेकर गाजा जा रही थीं। थनबर्ग अपनी टीम के साथ 1 जून को इटली के सिसली द्वीप से गाजा के लिए रवाना हुई थीं और 8 जून को गाजा पहुंचने वाली थीं।

संगठन

क्या है फ्रीडम फ्लोटिला संगठन?

यह यात्रा 'फ्रीडम फ्लोटिला' नामक संगठन ने शुरू की है, जो पहले भी गाजा में मदद पहुंचाने की कोशिश कर चुका है। संगठन ने 'कॉन्साइंस' नाम के जहाज के जरिए मई 2025 में गाजा में मदद भेजने की कोशिश की थी, जिसे इजरायल ने अनुमति नहीं दी थी। FFC ने इसे शांतिपूर्ण नागरिक प्रतिरोध बताते हुए कहा कि ये मिशन पूरी तरह से अहिंसक है और इसका उद्देश्य गाजा में इजरायली नाकेबंदी का विरोध करना है।