
#NewsBytesExplainer: ईरान-इजरायल में युद्ध से किसे क्या हासिल हुआ और आगे क्या होगा?
क्या है खबर?
12 दिनों तक एक-दूसरे पर मिसाइल और ड्रोन दागे जाने के बाद आखिरकार ईरान और इजरायल में युद्धविराम हो गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने युद्धविराम को लेकर दोनों देशों को चेतावनी दी। उसके बाद भी कुछ जगहों पर मिसाइल और ड्रोन गिरने की खबरें आती रहीं। दोनों देशों ने एक-दूसरे पर युद्धविराम उल्लंघन का आरोप भी लगाया। आइए जानते हैं नाजुक युद्धविराम के बाद आगे क्या हो सकता है।
समझौता
क्या ईरान और अमेरिका में होगा परमाणु समझौता?
युद्ध से पहले अमेरिका और ईरान में परमाणु समझौते को लेकर वार्ता चल रही थी। ट्रंप ने पहले चेतावनी भी दी थी कि अगर समझौता नहीं हुआ तो ईरान पर बम बरसाए जाएंगे। ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने कहा कि अगला कदम ईरान को अमेरिका के साथ परमाणु समझौते के लिए वार्ता की मेज पर वापस लाना है। उन्होंने फॉक्स न्यूज से कहा, "समय आ गया है कि हम ईरानियों के साथ बैठकर व्यापक शांति समझौते पर पहुंचें।"
ईरान
समझौते पर क्या है ईरान का रुख?
ईरान के विदेश विभाग के पूर्व अधिकारी और विदेश संबंध परिषद के वरिष्ठ फेलो रे ताकेह ने कहा कि ईरानी नेतृत्व अव्यवस्था के दौर से गुजर रहा है, जिससे वार्ता की मेज पर वापसी मुश्किल हो रही है। उन्होंने AP से कहा, "देश का नेतृत्व और शासन इस समय किसी प्रकार की वार्ता करने के लिए पर्याप्त रूप से एकजुट नहीं है, विशेष रूप से अमेरिकी परिप्रेक्ष्य से वार्ता, जिसका उद्देश्य शून्य यूरेनियम संवर्धन है।"
नुकसान
ईरान की परमाणु सुविधाओं पर नुकसान को होगा आंकलन?
ट्रंप ने दावा किया है कि अमेरिका ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को पूरी तरह नष्ट कर दिया है। हालांकि, सैटेलाइट इमेज और खुफिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि ईरान ने यूरेनियम पहले ही दूसरी जगह भेज दिया था। पेंटागन ने कहा है कि अमेरिकी हमलों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को कुछ महीनों के लिए पीछे धकेल दिया है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ईरान की परमाणु सुविधाओं का दौरा कर सकती है।
कूटनीति
कूटनीति के मोर्चे पर क्या हो सकता है?
ईरान ने अमेरिका और उसके सहयोगियों पर संघर्ष को समाप्त करने के कूटनीतिक रास्तों को खत्म करने का आरोप लगाया है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा, "हमने कूटनीति को नष्ट नहीं किया। ईरानियों ने कूटनीति को कभी वास्तविक मौका नहीं दिया। हमारी आशा है कि शायद यह फिर से शुरू हो जाए। ईरानियों के पास एक विकल्प है। वे शांति के रास्ते पर जा सकते हैं या वे इस हास्यास्पद अस्थिरता के रास्ते पर जा सकते हैं।"
युद्ध
क्या दोनों देशों में दोबारा शुरू होगा युद्ध?
JNU में अंतरराष्ट्रीय संबंधों के एसोसिएट प्रोफेसर राजन कुमार ने दैनिक भास्कर से कहा, "युद्धविराम की क्या शर्तें है, यह अभी किसी को पता नहीं है। अभी बस यह तय हुआ है कि दोनों देश हमले नहीं करेंगे। यह युद्धविराम पूरी तरह से सफल होगा या नहीं, यह कहना अभी थोड़ा मुश्किल है, क्योंकि गाजा में अभी भी संघर्ष जारी है। वहीं, ईरान-इजरायल में अभी कोई समझौता नहीं हुआ है। आगे बातचीत होगी या नहीं, यह भी नहीं पता।"
हासिल
युद्ध से किसे-क्या हासिल हुआ?
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल ने उसके अस्तित्व से जुड़े 2 खतरों को दूर कर दिया है - परमाणु हथियारों से विनाश का खतरा और 20,000 बैलिस्टिक मिसाइलों से विनाश का खतरा। युद्ध को जानकार नेतन्याहू के लिए घरेलू राजनीति में फायदे से जोड़कर भी देख रहे हैं। वहीं, ईरान का परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है और आयतुल्लाह अली खामेनेई का कद भी बढ़ा है।