ईरान ने मोसाद की मदद करने के आरोप में महिला समेत 4 लोगों को दी फांसी
क्या है खबर?
इजरायल के साथ जारी तनाव के बीच ईरान ने बड़ा कदम उठाया है। ईरान ने इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद की मदद करने के आरोप में 4 लोगों को फांसी दे दी है। ईरान की मिजान समाचार एजेंसी ने इसकी जानकारी दी है।
एजेंसी ने कहा कि जायोनी शासन से जुड़े 4 को आज सुबह कानूनी प्रक्रियाओं के बाद फांसी दे दी गई, जिन्होंने मोसाद अधिकारियों के मार्गदर्शन में देश की सुरक्षा के खिलाफ अभियानों में हिस्सा लिया था।
फांसी
कौन हैं फांसी दिए गए लोग?
जिन 4 लोगों को फांसी दी गई है, उनमें 3 पुरुष और एक महिला शामिल है। इनकी पहचान वफा हनारेह, अराम ओमारी, रहमान परहाजो और नसीम नमाजी के रूप में हुई है।
इन्हें भगवान के खिलाफ युद्ध छेड़ने और जायोनी शासन के साथ सहयोग के माध्यम से 'पृथ्वी पर भ्रष्टाचार' फैलाने के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई थी। चारों पर मोसाद के मार्गदर्शन में ईरान की सुरक्षा के खिलाफ अभियानों में भाग लेने के भी आरोप हैं।
शख्स
16 दिसंबर को भी एक शख्स को दी गई थी फांसी
ईरान ने इससे पहले 16 दिसंबर को मोसाद के लिए काम करने के दोषी एक व्यक्ति को दक्षिणपूर्वी प्रांत सिस्तान-बलूचिस्तान में फांसी दे दी थी।
इस व्यक्ति की पहचान सार्वजनिक नहीं की गई थी, लेकिन कोर्ट ने शख्स को 'शत्रुतापूर्ण जायोनी शासन के लाभ के लिए खुफिया सहयोग और जासूसी' का दोषी ठहराया था।
बता दें कि ईरान हर साल सबसे ज्यादा लोगों को फांसी देने वाले शीर्ष देशों में शामिल है।
तनाव
ईरान-इजरायल के बीच चल रहा है तनाव
ईरान ने इजरायल पर उसके परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाकर तोड़फोड़ और हत्या करने का आरोप लगाया है। इजरायल-हमास युद्ध के चलते दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है।
लेबनान में हिजबुल्लाह हमास का समर्थन कर रहा है, जिसे कथित तौर पर ईरान का समर्थन प्राप्त है। ईरान पर यमन के हूती विद्रोहियों का भी समर्थन करने के आरोप हैं, जो लाल सागर में जहाजों को निशाना बना रहे हैं।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
मोसाद इजरायल की खूफिया एजेंसी है, जिसकी गिनती दुनिया की सर्वश्रेष्ठ खूफिया एजेंसियों में होती है। इसका गठन 13 दिसंबर, 1949 को किया गया था।
मोसाद द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यहूदियों पर अत्याचार करने वाले कई नाजी अधिकारियों को मौत के घाट उतार चुकी है। म्यूनिख ओलिंपिक के दौरान इजरायल टीम पर हुए हमले के बाद मोसाद ने 12 साल तक ऑपरेशन चलाकर सभी हत्यारों को मार गिराया था।