
ईरान में कथित इजरायली जासूसों पर बड़ी कार्रवाई; 6 लोगों को फांसी, सैकड़ों गिरफ्तार
क्या है खबर?
इजरायल के साथ युद्ध के बाद ईरान अब अपने देश में छिपे कथित इजरायली जासूसों और एजेंटों पर कार्रवाई कर रहा है। ईरान ने इजरायल या उसकी खुफिया एजेंसियों से संबंध रखने के आरोप में सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया है और दर्जनों को फांसी पर चढ़ा दिया है। ईरान का मानना है कि हालिया युद्ध के दौरान कई वैज्ञानिकों और कमांडरों की हत्या में इन एजेंटों की भूमिका रही है।
फांसी
युद्ध के बाद से अब तक 6 लोगों को दी गई फांसी
इजरायल के साथ 12 दिनों तक चले युद्ध के दौरान ईरान ने जासूसी करने के आरोप में 3 लोगों को मौत की सजा दी है। वहीं, 25 जून यानी युद्धविराम के ठीक एक दिन बाद इसी तरह के आरोप में 3 और लोगों को फांसी पर चढ़ाया गया है। ईरान के खुफिया मंत्रालय ने कहा कि वह CIA, मोसाद और MI6 जैसे पश्चिमी और इजरायली खुफिया नेटवर्क के खिलाफ लगातार लड़ाई में लगा हुआ है।
गिरफ्तारियां
कितने लोग गिरफ्तार किए गए?
ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) से जुड़ी फार्स न्यूज एजेंसी के अनुसार, 13 जून को ईरान पर इजरायल के हमले की शुरुआत के बाद से इजरायली जासूसी नेटवर्क देश के अंदर अत्यधिक सक्रिय हो गया है। फार्स ने बताया कि 12 दिनों के दौरान ईरानी खुफिया और सुरक्षा बलों ने इस नेटवर्क से जुड़े 700 से अधिक व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। इनमें सामाजिक कार्यकर्ताओं, लेखक, पत्रकार और कलाकार शामिल हैं।
चेतावनी
लोगों को दी जा रही चेतावनी
BBC फारसी के मुताबिक, ईरान के लोगों ने बताया कि उन्हें ईरान के खुफिया मंत्रालय से चेतावनी भरे संदेश मिले हैं, जिसमें बताया गया है कि उनके फोन नंबर इजरायल से जुड़े सोशल मीडिया पेजों पर दिखाई दिए हैं। उन्हें निर्देश दिया गया है कि वे इन पेजों को छोड़ दें या उन पर मुकदमा किया जा सकता है। वहीं, कई पत्रकारों के परिजनों को भी हिरासत में लिया गया है या चेतावनी दी गई है।
सोशल मीडिया
सोशल मीडिया पर भी रखी जा रही सख्त निगरानी
युद्ध के दौरान ईरान ने इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया था। अभी भी ये सेवाएं पूरी तरह से शुरू नहीं हुई हैं। सरकार इंस्टाग्राम, टेलीग्राम, एक्स और यूट्यूब जैसे अधिकांश सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कड़ी निगरानी रख रही है। कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म तो पूरे देश में ही प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। लोगों को इन सेवाओं के इस्तेमाल के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का उपयोग करना पड़ रहा है।