
भारतीय मूल के रणनीतिक विशेषज्ञ अमेरिका में गिरफ्तार, चीनी संबंध और गुप्त दस्तावेज रखने का आरोप
क्या है खबर?
भारतीय मूल के प्रमुख अमेरिकी विश्लेषक एश्ले टेलिस (64) को अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर चीनी अधिकारियों से मिलने और गुप्त दस्तावेज रखने का आरोप है। उनकी गिरफ्तारी की जानकारी इसी हफ्ते सामने आई है, जिसकी घोषणा वर्जीनिया के पूर्वी जिले के अमेरिकी अटॉर्नी लिंडसे हॉलिगन ने की है। विदेश विभाग के मुताबिक, टेलिस को 11 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। उसी दिन हलफनामे में बताया गया कि टेलिस रोम जाने वाले थे।
गिरफ्तार
जांच में मिले दस्तावेज
न्याय विभाग का कहना है कि टेलिस ने राष्ट्रीय रक्षा संबंधी जानकारी अवैध रूप से अपने पास रखी, जिसमें एक हजार से अधिक पृष्ठों के शीर्ष गोपनीय और गुप्त दस्तावेज शामिल हैं। दस्तावेज वियेना में वर्जीनिया स्थित उनके घर से मिले हैं। अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय ने बताया कि अगर टेलिस दोषी मिला तो उसे अधिकतम 10 वर्ष की कैद, 2.50 लाख डॉलर (करीब 2.21 करोड़ रुपये) तक का जुर्माना और 100 डॉलर का विशेष मूल्यांकन और जब्ती हो सकती है।
आरोप
टेलिस पर क्या लगे हैं आरोप?
टेलिस ने सितंबर और अक्टूबर 2025 में रक्षा और विदेश विभाग की इमारतों से विशेष सामग्री तक पहुंच बनाई, उसे मुद्रित किया और हटाया। निगरानी फुटेज में भी उसकी गतिविधि कैद हुई है। संघीय जांच ब्यूरो (FBI) ने हलफनामे में बताया कि टेलिस को अपनी सरकारी भूमिकाओं के कारण संवेदनशील सूचना तक पहुंच के साथ शीर्ष गुप्त सुरक्षा मंजूरी प्राप्त थी। टेलिस ने वाशिंगटन के उपनगर फेयरफैक्स, वर्जीनिया के एक रेस्तरां में कई बार चीनी सरकारी अधिकारियों से मुलाकात की।
पहचान
कौन है एश्ले टेलिस?
टेलिस का जन्म मुंबई में हुआ था। शिकागो विश्वविद्यालय से PhD करने से पहले उन्होंने सेंट जेवियर्स से पढ़ाई की थी। वे कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस में वरिष्ठ फेलो हैं। टेलिस 2001 में अमेरिकी सरकार में शामिल हुए थे। उन्होंने अनुभवी नीति रणनीतिकार के रूप में भारत-दक्षिण एशिया पर रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक दोनों प्रशासनों को सलाह दी है। राष्ट्रपति जॉर्ज बुश के समय वे राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में थे। वे भारत में अमेरिकी राजदूत के वरिष्ठ सलाहकार रहे हैं।