हांगकांग में 76 साल बाद बहुमंजिला इमारत की आग बनी बड़ी त्रासदी, अब तक 128 मौत
क्या है खबर?
हांगकांग के ताई पो जिले में बुधवार दोपहर को बहुमंजिला रिहायशी इमारतों में लगी आग पिछले 76 साल बाद एक बड़ी त्रासदी के रूप में सामने आई है। यहां की वांग फुक कोर्ट एस्टेट में आग लगने के बाद खड़ी खंडहर बहुमंजिला इमारत से शव मिलने का सिलसिला जारी है। हादसे में अब तक 128 लोगों की मौत हो चुकी है। आग ने बांस की मचानों से ढकी 32 मंजिला 8 मीनारों को अपनी चपेट में लिया था।
हादसा
टॉवर से मदद के लिए आई 25 कॉल, अभी नहीं मिल रहा कोई
बुधवार दोपहर को नवीनीकरण के दौरान एक 32-मंजिला टावर के बाहरी बांस के मचान पर आग भड़क उठी थी, जिसने धीरे-धीरे 8 टावरों वाले आवासीय परिसर की 7 इमारतों को अपनी चपेट में ले लिया। घटना के बाद 140 से ज्यादा दमकल की गाड़ियां और 700 से अधिक अग्निशमन कर्मचारियों ने आग बुझाई। अब खाक हो चुकी टावरों की तलाशी जारी है। टॉवरों से मदद के लिए 25 कॉल आई थी, लेकिन अब किसी का पता नहीं चल रहा है।
हादसा
अब भी कई लोग लापता
हांगकांग सरकार की ओर से गुरुवार को 279 लापता निवासियों की सूची जारी की गई है, लेकिन अधिकारियों ने अभी तक इस आंकड़े को आगे नहीं बढ़ाया है। इमारत में रहने वाले अधिकतर लोग प्रवासी घरेलू कामगार बताए जा रहे हैं। एक फिलीपीनी सहायता समूह ने बताया कि 19 फिलीपीनी कामगार भी लापता हैं। इंडोनेशिया के वाणिज्य दूतावास ने भी पुष्टि की है कि मृतकों में उसके दो नागरिक भी शामिल हैं।
घटना
1948 में घटी थी बड़ी आग त्रासदी
हांगकांग के नेता जॉन ली ने कहा कि परिवारों और बचे लोगों की सहायता के लिए 3.9 करोड़ डॉलर का राहत कोष बनाया जाएगा। चीन की कुछ बड़ी कंपनियों ने भी दान देने का वादा किया है। पुलिस ने आग लगने के बाद एक निर्माण कंपनी के निदेशक हैं और इंजीनियरिंग कंसल्टेंट को गिरफ्तार किया है। बता दें कि हांगकांग में इससे पहले 1948 में एक गोदाम में भीषण आग लगी थी, जिसमें 176 लोग मारे गए थे।