अमेरिका के युद्धविराम प्रस्ताव पर हमास बोला- हमारे पास 40 जिंदा बंधक नहीं
क्या है खबर?
अमेरिका के गाजा में युद्धविराम पर जोर देने के बीच हमास ने कहा है कि उसके पास मानवीय सहायता श्रेणी में 40 जिंदा बंधक नहीं हैं।
अमेरिका ने 40 बंधकों की रिहाई के बदले इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम समझौते का प्रस्ताव रखा है।
न्यूज 12 के राजनीतिक रिपोर्टर यारोन अव्राहम के अनुसार, हमास का कहना है कि मानवीय सहायता श्रेणी में उसके पास 40 से कम जिंदा बंधक हैं। हालांकि, उसने नंबर का खुलासा नहीं किया है।
समझौता
क्या है प्रस्तावित युद्धविराम समझौता?
अमेरिका द्वारा प्रस्तावित समझौते के अनुसार, इजरायल गाजा पट्टी में 6 हफ्ते का युद्धविराम करेगा, जिसके बदले में हमास 40 बंधकों की रिहाई करेगा।
इसके अलावा इजरायल अपनी जेलों में बंद करीब 700 फिलिस्तीनी कैदियों को भी रिहा करेगा, जिनमें से 100 से अधिक कैदी ऐसे हैं जो इजरायली नागरिकों की हत्या के लिए आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं।
हालांकि, इस समझौते पर बातचीत आगे नहीं बढ़ पा रही है और गतिरोध बना हुआ है।
अहमियत
समझौते को बेहद अहमियत दे रहा अमेरिका
गाजा में इजरायल के बढ़ते मानवाधिकार उल्लंघनों के कारण घिरा अमेरिका इस समझौते को बेहद अहमियत दे रहा है। यह इससे स्पष्ट है कि उसने इस समझौते पर बातचीत के लिए केंद्रीय खुफिया एजेंसी (CIA) के निदेशक बिल बर्न्स को मिस्र भेजा है।
उन्होंने रविवार को इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद के प्रमुख, कतर के प्रधानमंत्री और मिस्र के खुफिया प्रमुख से मुलाकात की।
कतर और मिस्र मामले में मध्यस्थ हैं। हमास के प्रतिनिधियों ने भी उनसे मुलाकात की।
गतिरोध
हमास ने इजरायल का प्रस्ताव खारिज किया
इस बीच सोमवार को हमास ने कहा कि उसने मिस्र की राजधानी काहिरा में बातचीत के दौरान पेश किए गए इजरायल के युद्धविराम समझौते को खारिज कर दिया है।
अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, हमास ने कहा कि कतर और मिस्र के मध्यस्थों के जरिए उसे इजरायल को जो प्रस्ताव मिला, उसमें फिलिस्तीनियों की कोई भी मांग नहीं मानी गई थी।
उसने इस प्रस्ताव को दुराग्रही बताते हुए कहा कि उसने मध्यस्थों को अपनी राय बता दी है।
इजरायल-हमास युद्ध
युद्ध में मारे जा चुके हैं 33,000 से अधिक फिलिस्तीनी
बता दें कि 7 अक्टूबर, 2023 से गाजा पट्टी में हमास और इजरायल के बीच युद्ध जारी है। हमास के इजरायल में घुसकर हमला करने के बाद इस युद्ध की शुरुआत हुई थी। इस हमले में लगभग 1,200 इजरायली मारे गए थे।
इसके बाद इजरायल के जवाबी हमले में गाजा में 33,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है।
इजरायल अब दक्षिणी गाजा पर हमले की तैयारी में है, जहां अधिकांश फिलिस्तीनियों ने शरण ले रखी है।