अमेरिका-कनाडा सीमा पर नवजात समेत चार भारतीयों की मौत, विदेश मंत्री ने जताया दुख
क्या है खबर?
अमेरिका-कनाडा सीमा पर एक नवजात समेत परिवार के चार लोगों की मौत हो गई है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ठंड में जमने से इनकी मौत हुई है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया कि उन्हें इस घटना की जानकारी मिलने पर सदमा लगा है और उन्होंने कनाडा और अमेरिका के भारतीय दूतावासों से अधिकारियों से घटना का ब्यौरा लेने को कहा है।
विदेश मंत्रालय का इस पर बयान नहीं आया है।
मामला
क्या है मामला?
अमेरिका में बुधवार को स्टीव शैंड नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था। शैंड पर भारतीय नागरिकों को अवैध तरीके से अमेरिका में प्रवेश कराने का आरोप है। वह अपनी गाड़ी में दो भारतीय नागरिकों को ले जा रहा था, जिनके पास आधिकारिक दस्तावेज नहीं थे।
इसके बाद सीमा के पास पैदल जा रहे पांच अन्य भारतीयों को हिरासत में लिया गया। इनमें से एक के पास सीमा पर बिछड़ गए परिवार का सामान था।
घटना
पूछताछ में चला घटना का पता
अमेरिकी पुलिस ने जब हिरासत में लिए गए लोगों की तलाशी ली तो उनके सामान से शिशु के खाने का सामान और डायपर आदि मिले।
जब उनसे पूछताछ की गई तो सीमा के पास बिछड़े परिवार की जानकारी मिली। इसके बाद अमेरिकी पुलिस ने कनाडा के अधिकारियों से संपर्क कर सीमा के पास छानबीन करने को कहा।
कनाडा के अधिकारियों ने जांच की तो उन्हें सीमा के पास नवजात समेत एक ही परिवार के चार लोगों के शव मिले।
जानकारी
एमर्सन में पड़ती है भयंकर ठंड
परिवार के चारों लोगों के शव सीमा से कनाडा की तरफ पड़ने वाले एमर्सन इलाके में मिले हैं। अमेरिका का मिनेसोटा प्रांत एमर्सन के साथ अपनी सीमा साझा करता है।
एमर्सन में भयंकर ठंड पड़ती है और यहां तापमान शून्य से 22 डिग्री नीचे तक चला जाता है।
अवैध तरीके से अमेरिका में प्रवेश करने वाले लोग इसी रास्ते सीमा तक आते हैं, जहां से मानव तस्कर उन्हें पैसे लेकर अमेरिका में प्रवेश दिलाने का झांसा देते हैं।
प्रतिक्रिया
राजदूतों ने बताई दुर्भाग्यपूर्ण घटना
अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद बताते हुए ट्वीट किया, 'हम जांच को लेकर अमेरिकी अधिकारियों के संपर्क में हैं। शिकागो से एक कांसुलर टीम जरूरी मदद और समन्वय के लिए मिनेसोटा जा रही है।'
वहीं कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने इसे गंभीर त्रासदी बताते हुए ट्विटर पर लिखा, 'हम इन परेशान करने वाली घटनाओं की जांच के लिए कनाडा के अधिकारियों के साथ काम करेंगे।'