जेलेंस्की से मुलाकात से पहले ट्रंप का बड़ा बयान, रूस ने यूक्रेन पर दागे ड्रोन-मिसाइल
क्या है खबर?
कल यानी 28 दिसंबर को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की से मुलाकात करने वाले हैं। इस दौरान शांति प्रस्ताव पर अहम चर्चा होने की उम्मीद है। हालांकि, इससे पहले ट्रंप ने कहा है कि जेलेंस्की के पास ज्यादा कुछ करने को नहीं है, जब तक वे मंजूरी नहीं देते। वहीं, इस बैठक से पहले रूस ने यूक्रेन के कीव और अन्य इलाकों पर ड्रोन और मिसाइल से हमला किया है।
बातचीत
ट्रंप को नई शांति योजना पेश करेंगे जेलेंस्की
जेलेंस्की ने बताया कि वे शांति के लिए एक नई 20 सूत्रीय योजना पेश करेंगे। हालांकि, इससे पहले ही ट्रंप ने कहा, "जब तक मैं इसे मंजूरी नहीं देता, तब तक उनके पास कुछ भी नहीं है। इसलिए हम देखेंगे कि उनके पास क्या है।" वहीं, जेलेंस्की ने कहा, "मैं इसकी पुष्टि नहीं कर सकता कि बैठक से कोई ठोस समझौता होगा या नहीं, लेकिन दोनों पक्ष जितना संभव हो सके, उसे अंतिम रूप देने का लक्ष्य रखेंगे।"
नई योजना
क्या है जेलेंस्की की नई योजना?
जेलेंस्की की नई योजना में एक प्रस्तावित विसैन्यीकृत क्षेत्र और अमेरिकी सुरक्षा गारंटी से जुड़े प्रस्ताव शामिल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, यह योजना पिछले महीने अमेरिका द्वारा पेश की गई योजना से काफी अलग है, जिसमें रूस की कई प्रमुख मांगों पर सहमति जताई गई थी। नई योजना यूक्रेन के सुझावों के आधार पर तैयार की गई है। CNN के अनुसार, जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेनी और अमेरिकी अधिकारियों द्वारा तैयार की गई ये योजना 90 प्रतिशत तैयार है।
हमले
रूस ने यूक्रेन पर किया हमला
रूस ने कीव और यूक्रेन के दूसरे इलाकों पर मिसाइलों और ड्रोन से हमला किए हैं। कीव में कई जगहों पर धमाकों की आवाजें सुनाई दीं। यूक्रेन ने कहा कि उसकी वायु रक्षा प्रणाली सक्रिय हो गई है और मिसाइलें तैनात की जा रही हैं। यूक्रेनी वायु सेना ने कहा कि रूसी ड्रोन राजधानी और उत्तर-पूर्व और दक्षिण के इलाकों को निशाना बना रहे थे। राजधानी कीव में करीब 4 घंटे तक रेड अलर्ट जारी रहा।
आरोप
रूस का आरोप- यूरोपीय संघ वार्ता विफल करने में जुटा
रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई रियाबकोव ने कहा, "समझौते तक पहुंचने की हमारी क्षमता हमारे काम और दूसरे पक्ष की राजनीतिक इच्छाशक्ति पर निर्भर करेगी। ऐसे संदर्भ में जहां कीव और उसके प्रायोजक विशेष रूप से यूरोपीय संघ के भीतर, जो एक समझौते के पक्ष में नहीं हैं, ने इसे विफल करने के प्रयासों को तेज कर दिया है। कोई भी समझौता ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा अलास्का में तय की गई सीमाओं के भीतर होना चाहिए।"