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अमेरिकी नेता ने हिंदू देवता हनुमान के बारे में ऐसा क्या कहा, जिससे छिड़ गया विवाद?
अमेरिका में रिपब्लिकन नेता ने हनुमान की मूर्ति पर आपत्तिजनक टिप्पणी की

अमेरिकी नेता ने हिंदू देवता हनुमान के बारे में ऐसा क्या कहा, जिससे छिड़ गया विवाद?

लेखन गजेंद्र
Sep 23, 2025
01:06 pm

क्या है खबर?

अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के नेता ने टेक्सास के शुगर लैंड में भगवान हनुमान की 90 फुट ऊंची मूर्ति पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर विवाद खड़ा कर दिया है। अमेरिकी सीनेट के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार एलेक्जेंडर डंकन ने सोशल मीडिया पर अमेरिका को एक ईसाई राष्ट्र बताया और हनुमान को 'फर्जी भगवान' कहा है। डंकन की टिप्पणी पर हिंदू अमेरिकी फाउंडेशन ने आपत्ति जताई है और इसे कानून का उल्लंघन बताया है।

विवाद

पहले जानिए, रिपब्लिकन नेता ने हनुमान को लेकर क्या कहा?

श्रीअष्टलक्ष्मी मंदिर में स्थित 'स्टैच्यू ऑफ यूनियन' के नाम से प्रसिद्ध मूर्ति का वीडियो साझा कर डंकन ने एक्स पर लिखा, 'हम टेक्सास में एक फर्जी हिंदू भगवान की झूठी मूर्ति क्यों लगने दे रहे हैं? हम एक ईसाई राष्ट्र हैं!' उन्होंने एक अन्य पोस्ट में बाइबल का हवाला देकर लिखा, 'तुम्हें मेरे अलावा किसी और ईश्वर को नहीं मानना ​​चाहिए। तुम्हें अपने लिए किसी भी मूर्ति या आकाश, पृथ्वी या समुद्र में किसी चीज की छवि नहीं बनानी चाहिए।'

विरोध

हिंदू अमेरिकी फाउंडेशन ने क्या जताई आपत्ति?

डंकन की टिप्पणी की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हो रही है। हिंदू अमेरिकी फाउंडेशन (HAF) ने उनके बयान को 'हिंदू विरोधी और भड़काऊ' बताया है। HAF ने टेक्सास रिपब्लिकन पार्टी को एक्स पर टैग कर लिखा, 'नमस्ते @TexasGOP, क्या आप अपनी पार्टी के उस सीनेट उम्मीदवार को अनुशासित करेंगे जो भेदभाव के विरुद्ध आपके दिशानिर्देशों का खुलेआम उल्लंघन करता है, हिंदू-विरोधी घृणा का घिनौना प्रदर्शन करता है और पहले संशोधन के स्थापना खंड का अनादर तो छोड़ ही दीजिए?'

ट्विटर पोस्ट

रिपब्लिकन नेता का विवादित पोस्ट

विरोध

पहले भी हो चुका है विरोध

अमेरिका में यह पहली बार नहीं है, जब सबसे ऊंची हिंदू प्रतिमा को विरोध हुआ हो। वर्ष 2024 में इसका उद्घाटन होने के बाद से ही हनुमान प्रतिमा को सोशल मीडिया पर ट्रंप के मेक अमेरिका ग्रेट अगेन (MAGA) समर्थकों से नफरत का सामना करना पड़ रहा है। मूर्ति को लेकर नफरत का स्तर इतना अधिक है कि कुछ लोगों ने आकृति को 'राक्षस' जैसा बताया है। कुछ अमेरिकी प्रकाशनों की सुर्खियां भी हिंदू समूहों द्वारा अपमानजनक मानी गईं हैं।