अमेरिका: पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का वादा, सरकार में आए तो फिलिस्तीनी समर्थकों को बाहर करेंगे
क्या है खबर?
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दानदाताओं के समूह से वादा किया कि अगर वह दोबारा से सत्ता में आते हैं तो फिलिस्तीन का समर्थन करने वाले छात्रों को निर्वासित कर देंगे।
वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, रिपब्लिकन की ओर से संभावित राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ट्रंप ने यह बात पिछले दिनों न्यूयॉर्क में गोलमेज कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
ट्रंप ने बैठक में कहा कि यहां काफी छात्र विदेशी हैं और यह बात सुनकर वह अच्छा व्यवहार करेंगे।
घोषणा
इजरायल की कार्रवाई के लिए समर्थन
रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने गाजा के खिलाफ इजरायल के युद्ध पर अलग-अलग राय जाहिर की। हालांकि, न्यूयॉर्क के कार्यक्रम में उन्होंने इजरायल की कार्रवाई का समर्थन किया है।
उन्होंने प्रदर्शनकारियों को कट्टरपंथी क्रांति बताया। साथ ही प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करने के लिए न्यूयॉर्क पुलिस की सराहना की।
बता दें कि दानदाताओं के साथ बैठक में उन्होंने चिंता जताई थी कि प्रदर्शन करने वाले शिक्षक और छात्र आगे चलकर अमेरिका की सत्ता पर काबिज हो सकते हैं।
आंदोलन
कोलंबिया विश्वविद्यालय से शुरू हुआ था प्रदर्शन
गाजा में इजरायल-हमास युद्ध के खिलाफ अमेरिका में अलग-अलग राज्यों के 40 से अधिक विश्वविद्यालयों में छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। यह प्रदर्शन कोलंबिया विश्वविद्यालय में सबसे पहले शुरू हुआ था।
छात्रों ने अधिकतर विश्वविद्यालयों के परिसर और उसके आसपास डेरा जमा लिया था। पुलिस ने उस दौरान 2,400 से अधिक छात्रों को गिरफ्तार किया था।
प्रदर्शनकारियों ने कोलंबिया विश्वविद्यालय के हैमिल्टन हॉल पर कब्जा कर इसका नाम गाजा में मरने वाली 6 साल की बच्ची पर रखा दिया था।