माउंट एवरेस्ट तक पहुंचा कोरोना, संक्रमित पाया गया नॉर्वे का पर्वतारोही
पूरी दुनिया में कोहराम मचाने वाला कोरोना वायरस अब दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत पर भी पहुंच गया है। बताया जा रहा है कि माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई कर रहे एक पर्वतारोही को कोरोना संक्रमित पाया गया है। नॉर्वे के पर्वतारोही एर्लैंड नेस में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद उन्हें एक अस्पताल में आठ दिन आइसोलेट किया गया था। उनके दल में शामिल एक शेरपा को भी संक्रमित पाया गया है। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
तमाम ऐहतियातों के बावजूद संक्रमित हुए नेस
BBC के अनुसार, नेस ने बताया कि उन्हें लग रहा है कि वो खुंभू घाटी के एक टी हाउस में कोरोना की चपेट में आए होंगे। नेस ने कहा कि उन्होंने खुद को वायरस से बचाने के लिए मास्क पहनने और बार-बार हाथ धोने समेत सभी जरूरी कदम उठाए थे। एवरेस्ट पर चढ़ाई के दौरान छह दिन तक उनकी तबियत लगातार खराब रही, जिसके बाद 15 अप्रैल को उन्हें हेलिकॉप्टर के जरिये अस्पताल ले जाया गया।
महामारी को हराकर ठीक हो चुके हैं नेस
नेस को नेपाल की राजधानी काठमांडू के अलग-अलग अस्पतालो में ले जाया गया। यहां किए गए तीन टेस्ट में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। फिलहाल नेस कोरोना से ठीक होकर अपने एक दोस्त के साथ रह रहे हैं।
एक साल बाद पर्वतारोहियों के लिए खुला है एवरेस्ट
लगभग एक साल तक बंद रहने के बाद माउंट एवरेस्ट को हाल ही में पर्वतारोहियों के लिए खोला गया था। अब यहां कोरोना के मामले सामने आने के बाद इसे नेपाल के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि स्थानीय अर्थव्यवस्था काफी हद तक पर्वतारोहियों पर निर्भर करती है। पर्यटन से होने वाली कमाई के अलावा नेपाल हर साल एवरेस्ट पर चढ़ने की अनुमति देकर हर साल लगभग 30 करोड़ रुपये कमाता है।
संक्रमण से बचाव के लिए क्या ऐहतियात बरते जा रहे?
नेपाल आने वाले सभी यात्रियों के लिए उड़ान भरने के 72 घंटे पहले कराए गए कोरोना वायरस टेस्ट की रिपोर्ट अनिवार्य है। इसके अलावा अगर कोई यात्री उन देशों से आ रहा है, जहां कोरोना के नए वेरिएंट्स मिले हैं तो उसे 10 तक होटल में क्वारंटाइन रखा जाएगा। अगर पांच दिन बाद होने वाले टेस्ट में उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो उसे पांच दिन होटल की जगह घर पर क्वारंटाइन होने की इजाजत दी जाती है।
दुनियाभर में क्या है संक्रमण की स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, दुनियाभर में अब तक लगभग 14.44 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 30.69 लाख लोगों की मौत हुई है। सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में 3.19 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं और 5.70 लाख लोगों की मौत हुई है। अमेरिका के बाद भारत दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश है। वहीं तीसरे सबसे अधिक प्रभावित देश ब्राजील में 1.41 करोड़ संक्रमितों में से लगभग 3.83 लाख मरीजों की मौत हुई है।