
कनाडा में मार्क कार्नी की लिबरल पार्टी सरकार बनाने को तैयार, पियरे पोलिवरे ने हार स्वीकारी
क्या है खबर?
कनाडा के आम चुनाव में लोगों ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकियों से निपटने के लिए लिबरल पार्टी के मार्क कार्नी को प्रधानमंत्री के लिए चुना है। उनकी सरकार बनने का रास्ता साफ है।
चुनाव में कार्नी के प्रतिद्वंद्वी पियरे पोलिवरे की कंजरवेटिव पार्टी को हार सामना करना पड़ा। अनुमान है कि 2019 और 2021 की तरह इस बार भी लिबरल पार्टी गठबंधन में सरकार बनाएगी।
कार्नी की जीत के बाद पियरे ने हार स्वीकार कर ली है।
भाषण
कार्नी ने क्या कहा?
चुनाव में जीत के बाद कार्नी ने अपने समर्थकों को पहली बार सार्वजनिक रूप से संबंधित कर कहा, "मेरा एक सवाल है, कनाडा के लिए मेरे साथ कौन खड़ा होने के लिए तैयार है? और कनाडा को मजबूत बनाने के लिए कौन तैयार है।"
उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के "हमें तोड़ने" के प्रयासों के खिलाफ चेतावनी दी।
उन्होंने कहा कि ट्रंप हमें तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं ताकि अमेरिका हम पर कब्जा कर सके। ऐसा कभी नहीं होगा।
रिश्ता
कनाडा और अमेरिका का पुराना रिश्ता खत्म- कार्नी
कार्नी ने कहा कि अमेरिका के साथ उनके देश का पुराना रिश्ता खत्म हो गया है, उन्होंने रिश्ते को "त्रासदी" बताया।
उन्होंने कहा, "हम अमेरिकी विश्वासघात के सदमे से उबर चुके हैं, लेकिन हमें सबक कभी नहीं भूलना चाहिए। हमें खुद का ख्याल रखना होगा। सबसे बढ़कर, हमें एक-दूसरे का ख्याल रखना होगा।"
दूसरी तरफ, हार स्वीकार कर पियरे ने कहा कि ट्रंप की धमकियों को देखते हुए देश की संप्रभुता के लिए वह नई सरकार के साथ काम करेंगे।
चुनाव
किसे कितनी मिली सीट?
कनाडा के आम चुनाव में कार्नी की लिबरल पार्टी ने 144 सीटें जीती हैं और 21 पर आगे चल रही है।
पियरे की कंजरवेटिव ने 121 सीटें जीती हैं और 26 पर पीछे चल रही है।
खालिस्तानी समर्थक जगमीत सिंह की न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) ने 4 सीट जीती है और 3 पर आगे चल रही है। हालांकि, जगमीत सिंह खुद अपनी सीट हार गए।
ब्लॉक क्यूबेकॉइस ने 20 सीटें जीती हैं और तीन पर आगे चल रही है।
जानकारी
कनाडा में सरकार बनाने को चाहिए 172 सीटें
कनाडा में 343 सीटों वाली हाउस ऑफ कॉमन्स में सरकार बनाने के लिए कुल 172 सीटों की जरूरत है। लिबरल पार्टी बहुमत का आंकड़ा नहीं छू पाएगी, लेकिन गठबंधन की सरकार बनाएगी, जो 2019 और 2021 में भी थी। लिबरल पार्टी चौथी बार सरकार बनाएगी।