बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री खालिदा जिया का लंबी बीमारी के बाद निधन
क्या है खबर?
बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की प्रमुख खालिदा जिया का मंगलवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। जिया 80 वर्ष की थीं और उम्र संबंधी कई बीमारियों से पीड़ित थीं। उनको लीवर का गंभीर सिरोसिस, गठिया, मधुमेह और छाती और हृदय से संबंधित बीमारियां थीं। जिया का इलाज 23 नवंबर से ढाका के एवरकेयर अस्पताल में चल रहा था। उनको 11 दिसंबर को वेंटिलेटर पर रखा गया था।
निधन
लंदन भेजे जाने की थी तैयारी
BNP ने फेसबुक पर निधन की जानकारी देते हुए कहा कि 2 दिन पहले उनके चिकित्सक ने पुष्टि की थी कि पूर्व प्रधानमंत्री की हालत "बेहद गंभीर" है। इस बीच सोमवार देर रात उनकी हालत बिगड़ गई। उनको इलाज के लिए लंदन ले जाने के लिए कतर से एक विशेष विमान तैयार रखा गया, लेकिन मेडिकल बोर्ड ने उन्हें एवरकेयर अस्पताल से ढाका हवाई अड्डे पर स्थानांतरित करने की अनुमति नहीं दी। सुबह 6 बजे के बाद उन्होंने दम तोड़ा।
चुनाव
आम चुनाव के लिए जिया की ओर से दाखिल किया गया था नामांकन
बांग्लादेश में 12 फरवरी, 2026 को आम चुनाव है। इस चुनाव में जिया बोगुरा-7 निर्वाचन क्षेत्र से उतरने वाली थींं। सोमवार को उनकी ओर से नामांकन पत्र भी दाखिल किया गया था। उनके बेटे तारिक रहमान, जो 17 साल के निर्वासन के बाद पिछले सप्ताह लंदन से ढाका लौटे हैं, उन्होंने ढाका-17 और बोगरा-6, दो निर्वाचन क्षेत्रों से नामांकन भरा है। बोगरा-6 सीट कभी जिया का गढ़ था, लेकिन 2023 में अवामी लीग के नेता ने इसे जीत लिया था।
शासन
अपने पति जियाउर रहमान की हत्या के बाद राजनीति में आई थीं जिया
जिया का विवाह जियाउर रहमान से हुआ था, जो बांग्लादेश के पूर्व सैन्य अफसर और छठे राष्ट्रपति थे। वे 1971 में हुए मुक्ति युद्ध के प्रभावशाली व्यक्तियों में शामिल थे। रहमान ने 1977 में BNP की नींव डाली थी और उसी साल राष्ट्रपति बने थे, लेकिन सैन्य तख्तापलट के दौरान 1981 में उनकी चटगांव में हत्या कर दी गई थी। इसके बाद जिया ने पार्टी की कमान संभाली और 1984 में उनको BNP अध्यक्ष के रूप में चुना गया।
प्रधानमंत्री
2 बार प्रधानमंत्री बनी थीं जिया
जिया ने 2 बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया है। पहली बार 1991-1996 और इसके बाद 2001-2006 तक दूसरी बार शासन किया। हालांकि, इसके बाद उन्हें भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया। जिया देश की पहली महिला प्रधानमंत्री होने के साथ पाकिस्तान की बेनजीर भुट्टो के बाद एक मुस्लिम देश में लोकतांत्रिक सरकार का नेतृत्व करने वाली दूसरी महिला थीं। जिया ने अपने कार्यकाल में मुफ्त और अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा से क्रांति लाई थी।
साथ
कभी हसीना के साथ मिलकर लड़ी थी तानाशाही की लड़ाई
बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान और जियाउर रहमान की हत्या तख्तापलट की कोशिश में सेना ने की थी, जिसकी पीड़ित शेख हसीना और जिया दोनों रहीं। अपने परिवार की हत्या के बाद 1981 में हसीना भारत से बांग्लादेश लौटीं और आवामी लीग की कमान संभाली। तभी जिया ने भी अपने पति की हत्या के बाद BNP का कामकाज संभाला था। दोनों ने मिलकर सैन्य शासन के खिलाफ आंदोलन चलाकर लोकतंत्र बहाल किया। हालांकि, 1991 के चुनाव में जिया की जीत हुई।
ट्विटर पोस्ट
खालिदा जिया का निधन
The BNP Chairperson and former Prime Minister, Begum Khaleda Zia, passed away today at 6:00 a.m., shortly after the Fajr prayer. Inna lillahi wa inna ilayhi raji‘un. We pray for the forgiveness of her soul and request everyone to offer prayers for her departed soul. pic.twitter.com/KY2948UPD5
— Bangladesh Nationalist Party-BNP (@bdbnp78) December 30, 2025