बांग्लादेश: अवामी लीग के समर्थकों ने सेना के काफीले पर किया हमला, 15 लोग घायल
बांग्लादेश में शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ने और अंतरिम सरकार का गठन होने के बाद भी हिंसा नहीं थमी है। अब हसीना की पार्टी अवामी लीग के समर्थक सड़कों पर उतर आए। उन्होंने हसीना को देश छोड़ने पर मजबूर करने के खिलाफ शनिवार को मार्च निकाला, लेकिन सेना ने उन्हें रोक दिया। इस पर समर्थकों ने हमला कर सेना के वाहन को आग के हवाले कर दिया। इस घटना में 15 लोग घायल हुए हैं।
गोपालगंज में प्रदर्शन कर रहे थे हसीना समर्थक
हसीना के समर्थन में सैकड़ों कार्यकर्ता गोपालगंज के सदर उपजिला में गोपीनाथपुर बस स्टैंड के पास विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। उस दौरान भीड़ को हटाने के लिए सेना ने लाठीचार्ज कर दिया। इस बीच सेना की तरफ से फायरिंग किए जाने से प्रदर्शनकारियों का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने जवानों की पिटाई शुरू कर दी। सेना के जवानों को एक घर में छिपकर अपनी जान बचाई। प्रदर्शनकारियों ने एक जवान से हथियार छीनकर उनके वाहन को आग लगा दी।
समर्थकों ने हसीना को वापस लाने की खाई कसम
इस घटना में सेना के 5 जवानों समेत 15 लोग घायल हुए हैं। प्रदर्शनकारियों ने कवरेज करने गए 2 पत्रकारों के साथ भी मारपीट कर दी। गोपालगंज कैंप के लेफ्टिनेंट कर्नल मकसूदुर रहमान ने घटना की पुष्टि की है। बता दें कि अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सर पर कफन बांधकर हसीना को देश में वापस लाने की कसम खाई है। उनका कहना है कि हसीना को जबरन दबाव बनाकर देश छोड़ने के लिए मजबूर किया गया है।
मुख्य न्यायाधीश ने मजबूर होकर दिया इस्तीफा
बता दें कि शनिवार को प्रदर्शनकारी छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट का घेराव कर मुख्य न्यायाधीश ओबैदुल हसन सहित अन्य न्यायाधीशों के इस्तीफे की मांग की थी। उन्होंने न्यायाधीशों को एक घंटे में इस्तीफा न देने पर उनके घरों पर हमला करने की चेतावनी दी थी। उसके बाद मुख्य न्यायाधीश को शाम को इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा था। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि न्यायाधीश अंतरिम सरकार को अयोग्य घोषित करने की साजिश रच रहे हैं।