पाकिस्तान में हाफिज सईद के सहयोगी की हत्या, भारत के खिलाफ हमलों का था मास्टरमाइंड
क्या है खबर?
पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा के खूंखार आतंकी अदनान अहमद उर्फ हंजला अदनान की हत्या हो गई है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर प्रमुख हाफिज सईद के करीबी अदनान को 2 दिसंबर की रात उसके घर के बाहर गोली मारी गई।
उसके शरीर में 4 गोलियां मिली हैं। अदनान भारत में हुए कई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड था, जिसमें पंपोर में जवानों के काफिल पर हमला भी शामिल है।
हत्या
अदनान को गोली लगने के बाद अस्पताल ले गई थी पाकिस्तानी सेना
सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि गोलियां लगने के बाद पाकिस्तानी सेना अदनान को गुप्त रूप से कराची के एक अस्पताल में ले गई, जहां 5 दिसंबर को अदनान ने दम तोड़ दिया।
अदनान की मौत को लश्कर प्रमुख हाफिज सईद के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
बता दें कि अदनान भारत में वांछित है और उसने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर और पुलवामा इलाके में हुए फिदायीन हमले को अंजाम देने में बड़ी भूमिका निभाई थी।
आरोपी
भारत में हुए इन आतंकी हमलों में शामिल था अदनान
अदनान 2016 में पंपोर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले पर हुए हमले का मास्टरमाइंड था, जिसमें 8 जवान शहीद हुए थे और 22 जवान घायल हुए थे।
2015 में जम्मू के उधमपुर में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के काफिले पर भी अदनान ने हमला करवाया था, जिसमें 2 BSF जवान शहीद हुए थे और 13 जवान घायल हुए थे।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस हमले की चार्जशीट में अदनान को मुख्य साजिशकर्ता बताया था।
समर्थन
अदनान को था ISI और पाकिस्तान सेना का समर्थन
सूत्रों के मुताबिक, अदनान को भारत में घुसपैठ करने और आतंकी हमले करने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंस इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) और पाकिस्तानी सेना का समर्थन प्राप्त था।
इन्हीं की मदद से वो भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता था।
बता दें कि इससे पहले 2 दिसंबर को खालिस्तान का चेहरा रहे जरनैल सिंह भिंडरावाले के भतीजे और खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर सिंह रोडे की भी पाकिस्तान में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी।
अज्ञात हमलावर
पाकिस्तान में इस साल मारे गए हैं कई आतंकी
पाकिस्तान में इस साल कई बड़े आतंकियों की हत्या की जा चुकी है। इनमें 2016 में पठानकोट के वायुसेना स्टेशन पर हमले का मास्टरमाइंड शाहिद लतीफ भी शामिल है।
इससे पहले 1 अक्टूबर को हाफिज सईद के करीबी कैसर फारूख को कराची में गोली मारी गई थी।
20 फरवरी को बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज आलम को अज्ञात हमलावर ने गोली मार दी थी।
एजाज अहमद अहंगर, सैयद खालिद रजा, मोहम्मद रियाज और सैयद नूर भी ऐसे ही मारे गए।