NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / दुनिया की खबरें / #NewsBytesExplainer: अमेरिकी विश्वविद्यालयों में आरक्षण खत्म करने का मामला क्या है?
    अगली खबर
    #NewsBytesExplainer: अमेरिकी विश्वविद्यालयों में आरक्षण खत्म करने का मामला क्या है?
    अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने विश्वविद्यालयों में नस्ल और जाति के आधार पर आरक्षण को खत्म कर दिया है

    #NewsBytesExplainer: अमेरिकी विश्वविद्यालयों में आरक्षण खत्म करने का मामला क्या है?

    लेखन आबिद खान
    Jun 30, 2023
    05:56 pm

    क्या है खबर?

    अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक और विवादित फैसला सुनाते हुए विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए नस्ल और जातीयता के आधार पर आरक्षण को खत्म कर दिया है। इससे दशकों पुरानी सकारात्मक विभेद (अफरमेटिव एक्शन) कही जाने वाली प्रथा को बड़ा झटका लगा है।

    फैसले पर अब राजनीति भी होने लगी है। राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस पर आपत्ति जताई है।

    आइए समझते हैं कि पूरा मामला क्या है।

    नीति

    क्या है सकारात्मक विभेद नीति?

    1960 के दशक के नागरिक अधिकार आंदोलन की पृष्ठभूमि में साल 1978 में अमेरिका के विश्वविद्यालयों में जाति और नस्ल के आधार पर आरक्षण की व्यवस्था की गई थी। इसका उद्देश्य समाज के वंचित और भेदभाव के शिकार वर्ग को लाभ पहुंचाना था।

    यह नीति अश्वेत, हिस्पैनिक (स्पेन या स्पैनिश भाषी देशों से संबंधित) और अन्य अल्पसंख्यक छात्रों को ज्यादा से ज्यादा उच्च शिक्षा में मौके देने के लिए शुरू की गई थी।

    शुरुआत

    कोर्ट में कैसे पहुंचा मामला?

    अमेरिका में 'स्टूडेंट्स फॉर फेयर एडमिशंस' नामक एक संस्था है। ये सकारात्मक विभेद नीति की विरोधी है और इसकी स्थापना रूढ़िवादी कार्यकर्ता एडवर्ड ब्लम ने की थी।

    इस संस्था ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय और उत्तरी कैरोलिना विश्वविद्यालय की प्रवेश नीति में नस्ल और जाति के आधार पर गैरकानूनी भेदभाव का आरोप लगाया था।

    दोनों विश्वविद्यालयों की प्रवेश नीति को लेकर संस्था ने अलग-अलग मामले कोर्ट में दायर किए थे।

    कोर्ट

    संस्था ने विश्वविद्यालयों पर क्या आरोप लगाए थे?

    संस्था का कहना था कि हार्वर्ड विश्वविद्यालय की प्रवेश नीति में एशियाई-अमेरिकी नागरिकों के साथ गैरकानूनी भेदभाव किया जाता है। इसी तरह उत्तरी कैरोलिना विश्वविद्यालय में श्वेत और एशियाई-अमेरिकी आवेदकों के साथ गैरकानूनी भेदभाव किया जाता है।

    संस्था ने कोर्ट में कहा था कि हार्वर्ड की नस्ल पर आधारित प्रवेश नीति 1964 के नागरिक अधिकार अधिनियम के शीर्षक VI का उल्लंघन करती है, जो नस्ल, रंग या राष्ट्रीयता के आधार पर भेदभाव को रोकता है।

    फैसला

    कोर्ट ने क्या फैसला सुनाया?

    हार्वर्ड विश्वविद्यालय से जुड़े मामले में कोर्ट ने 6-2 से और उत्तरी कैरोलिना विश्वविद्यालय वाले मामले में 6-3 से उनके खिलाफ फैसला सुनाया।

    मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट ने कहा, "सकारात्मक विभेद सही नीयत के साथ लागू किया गया था, लेकिन यह हमेशा नहीं चल सकता। यह अन्य छात्रों के साथ असंवैधानिक भेदभाव है। छात्रों को उनके अनुभव और काबिलियत के आधार पर मौके मिलने चाहिए, न कि नस्ल के आधार पर। प्रवेश नीति 'बेतुकी और असंवैधानिक' है।"

    जज

    फैसले से असहमति जताने वाले जजों ने क्या कहा?

    पीठ में शामिल न्यायामूर्ति केतनजी ब्राउन जैकसन ने कहा कि निश्चित तौर पर ये फैसला हम सबके लिए त्रासदी है।

    एक अन्य न्यायमूर्ति सोनिया सोतोमयोर ने अपने नोट में लिखा, "यह फैसला दशकों की मिसाल और महत्वपूर्ण प्रगति को पीछे ले जाता है। यह मानता है कि महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त करने के लिए कॉलेज प्रवेश में दौड़ का अब सीमित तरीके से उपयोग नहीं किया जा सकता है। जाति को नजरअंदाज करने से समाज में समानता नहीं आएगी।"

    विरोध

    अमेरिकी सरकार का फैसले पर क्या कहना है?

    बाइडन ने कोर्ट के फैसले पर असहमति जताई है।

    उन्होंने कहा, "अमेरिका में भेदभाव अभी भी मौजूद है। कोर्ट का फैसला इसमें कोई बदलाव नहीं करता है। मेरा मानना ​​है कि हमारे कॉलेज तब मजबूत होते हैं, जब वे नस्लीय रूप से विविध होते हैं। हम इस निर्णय को अंतिम निर्णय नहीं मान सकते।"

    पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फैसले को शानदार बताते हुए कहा कि आज का दिन जबरदस्त है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    अमेरिका
    जो बाइडन
    #NewsBytesExplainer

    ताज़ा खबरें

    स्मार्टफोन को कार के ब्लूटूथ से कैसे करें पेयर? जानिए आसान तरीका  कार
    वनडे क्रिकेट में ग्लेन मैक्सवेल के 5 सबसे बेहतरीन प्रदर्शनों पर एक नजर ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम
    नोएडा में युवक को थार चालक ने जानबूझकर तेज टक्कर मारी, सामने आया वीडियो नोएडा
    कन्नड़-तमिल टिप्पणी मामला: कर्नाटक हाई कोर्ट ने कमल हासन को फटकारा, कहा- क्या आप इतिहासकार हैं? कन्नड़ फिल्में

    अमेरिका

    #NewsBytesExplainer: टाइटैनिक के मलबे को देखने गई मानवयुक्त पनडुब्बी के लापता होने का मामला क्या है?  टाइटैनिक
    #NewsBytesExplainer: क्या होती राजकीय यात्रा, जिसके लिए प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका गए? नरेंद्र मोदी
    टेस्ला भारत में जल्द लॉन्च कर सकती है इलेक्ट्रिक कारें, मस्क-मोदी के बीच हुई चर्चा  टेस्ला
    भारत सरकार पर ट्विटर के पूर्व CEO जैक डॉर्सी के आरोपों पर मस्क ने क्या कहा? एलन मस्क

    जो बाइडन

    अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन यूक्रेन के औचक दौरे पर पहुंचे, जेलेंस्की से की मुलाकात  अमेरिका
    अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की यूक्रेन यात्रा को कैसे गोपनीय तरीके से दिया गया अंजाम? वोलोडिमीर जेलेंस्की
    रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के साथ आखिरी परमाणु संधि भी निलंबित की व्लादिमीर पुतिन
    अजय बंगा बन सकते हैं विश्व बैंक के अगले प्रमुख, राष्ट्रपति बाइडन ने किया नामांकित अमेरिका

    #NewsBytesExplainer

    #NewsBytesExplainer: विलफुल डिफॉल्टर को लेकर RBI का सर्कुलर क्या है और क्यों हो रहा विरोध? भारतीय रिजर्व बैंक
    #NewsBytesExplainer: मित्सुबिशी पजेरो को टक्कर देने लॉन्च हुई टोयोटा फॉर्च्यूनर कैसे बनी सबसे सफल? जानिए सफर   टोयोटा
    #NewsBytesExplainer: जम्मू में क्यों बढ़ रही हैं आतंकी वारदातें?  जम्मू-कश्मीर
    #NewsBytesExplainer: बंगाल की खाड़ी में कोको द्वीप पर चीन के सैन्य निर्माण का मामला क्या है? भारत-चीन संबंध
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025