भारत में सनातन धर्म पर विवाद के बीच अमेरिकी शहर में 'सनातन धर्म दिवस' की घोषणा
क्या है खबर?
भारत में सनातन धर्म को लेकर छिड़े विवाद के बीच अमेरिका में केंटकी के लुइसविले शहर में 3 सितंबर को 'सनातन धर्म दिवस' के तौर पर घोषित किया गया।
लुइसविले के हिंदू मंदिर में महाकुंभ अभिषेकम उत्सव के दौरान मेयर क्रेग ग्रीनबर्ग की ओर से डिप्टी मेयर बारबरा सेक्स्टन स्मिथ ने यह आधिकारिक ऐलान किया।
कार्यक्रम में परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती, ऋषिकेश के अध्यक्ष श्री श्री रविशंकर, भगवती सरस्वती और उपराज्यपाल जैकलीन कोलमैन समेत अन्य शामिल रहे।
घोषणा
स्वामी चिदानंद और रविशंकर को दिया गया राज्य सम्मान
मंदिर में स्वामी चिदानंद की अध्यक्षता में महायज्ञ का आयोजन किया गया, जो 7 दिन तक जारी रहा। शहर के डिप्टी मेयर ने स्वामी और श्री श्री रविशंकर को लुइसविले की मानद नागरिकता का आधिकारिक प्रमाणपत्र प्रदान किया।
इस मौके पर स्वामी ने कहा कि यह दुखद है कि भारत में कुछ लोग सनातन धर्म के मूल्य और गहराई को समझे बिना नकारात्मकता पैदा कर रहे हैं, लेकिन फिर भी अमेरिका में हम इस घोषणा का जश्न मना रहे हैं।
विवाद
भारत में सनातन धर्म पर टिप्पणी को लेकर मचा है विवाद
अमेरिका में 'सनातन धर्म दिवस' की घोषणा से पहले भारत में तमिलनाडु के युवा कल्याण और खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बयान के बाद से हंगामा मचा हुआ है।
उदयनिधि ने कुछ दिन पहले चेन्नई में एक कार्यक्रम के दौरान सनातन धर्म को डेंगू और मलेरिया के समान बताया था।
उन्होंने कहा था कि जैसे डेंगू और मलेरिया का विरोध नहीं कर सकते, उनको खत्म करना ही होता है, वैसे ही सनातन धर्म का विरोध नहीं उसे खत्म करना होगा।