
पाकिस्तान के साथ पूर्ण युद्धविराम पर अफगानिस्तान सहमत, बातचीत को तैयार
क्या है खबर?
अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान सरकार ने बुधवार को अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ तनाव कम करने की घोषणा की है। अफगान अधिकारियों का कहना है कि वह पूर्ण युद्धविराम पर सहमत है और पाकिस्तान के साथ सभी मुद्दों को बातचीत के जरिए सुलझाने के लिए तैयार है। पाकिस्तान और अफगानिस्तान अधिकारियों के बीच इस समझौते पर 25 अक्टूबर को तुर्की के इस्तांबुल में चर्चा होगी, जिसमें अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
समझौता
अफगानिस्तान की क्या है मांग?
अफगानिस्तान ने पाकिस्तान के साथ जो समझौता करने की बात कही है, उसमें पूर्ण युद्धविराम के अलावा आपसी सम्मान शामिल है। इसके अलावा एक-दूसरे के सुरक्षा बलों, नागरिकों और बुनियादी ढांचे पर हमलों पर प्रतिबंध और सभी विवादों को बातचीत के माध्यम से सुलझाने की प्रतिबद्धता शामिल है। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने युद्धविराम समझौते का स्वागत किया है और इसके लिए कतर और तुर्की के राजनयिक प्रयासों की सराहना की है।
युद्ध
दोनों देशों के तनाव में गई है कई लोगों की जान
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने 8 अक्टूबर को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में हमला कर 20 से अधिक सैनिक मार गिराए थे। इसके बाद पाकिस्तानी सेना अफगानिस्तान के काबुल , खोस्त , जलालाबाद और पक्तिका में हवाई हमले किए थे, जिसमें कई लोगों की जान गई थी। इसके बाद से सीमा पर संघर्ष बढ़ गया। हालांकि, बीच में 48 घंटे का युद्धविराम हुआ, लेकिन पाकिस्तान पर इसे तोड़ने का आरोप लगा। अब कतर और तुर्की की मध्यस्थता से स्थायी युद्धविराम है।