अफगानिस्तान: माता-पिता को मारने वाले दो तालिबानियों को लड़की ने AK-47 से किया ढेर
अफगानिस्तान के घोर प्रांत में इन दिनों एक किशोरी की बहादुरी के चर्चे हो रहे हैं। 15-16 साल की इस किशोरी ने गत सप्ताह घर में घुसकर उसके माता-पिता की हत्या करने वाले दो तालीबानी आतंकवादियों को घर में रखी AK-47 से गोली मारकर ढेर कर दिया। चौंकाने वाली बात यह रही कि किशोरी की बहादुरी देखकर अन्य तालीबानी आतंकी वहां से फरार हो गए। इसके घटना के बाद किशोरी की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है।
सरकार के समर्थक पिता को ढूंढते हुए घर में घुसे आतंकवादी
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार स्थानीय पुलिस प्रमुख हबिबुरहमान मालेक्जादा ने बताया कि बहादुर किशोरी कमर गुल है। उसके माता-पिता सरकार के समर्थक थे और उसके पिता गांव के प्रधान भी थे। पिछले सप्ताह तालीबानी आतंकियों ने कमर गुल के घर पर धावा बोल दिया। वह उसके पिता को ढूंढ रहे थे। उसकी मां ने जब विरोध किया तो आतंकवादी गुल के माता-पिता को घर से घसीटकर बाहर ले आए और गोली मारकर हत्या कर दी।
वारदात के बाद कमर गुल ने दिखाई दिलेरी
पुलिस प्रमुख मालेक्जादा ने बताया कि आतंकवादियों द्वारा माता-पिता को गोली मारने के बाद घर के अंदर छिपी कमर गुल ने अंदर रखी AK-47 बंदूक उठा ली और बाहर आकर फायरिंग शुरू कर दी। इसमें दो आतंकवादियों की मौत हो गई, जबकि कुछ अन्य घायल हो गए। इसके बाद आतंकवादी मौके से फरार हो गए। अब गुल के परिवार में वह और उसका छोटा भाई ही बचा हुआ है। गुल ने दोनों की सुरक्षा का जिम्मा उठाया है।
आतंकवादियों ने दुबारा किया गुल के घर पर हमला
पुलिस प्रमुख मालेक्जादा ने बताया कि कमर गुल के दो आतंकवादियों को मार गिराने के बाद कई अन्य तालिबानी आतंकी उसके घर पर हमला करने आए, लेकिन कुछ ग्रामीणों और सरकार समर्थक मिलिशिया ने उन्हें खदेड़ दिया। गुल की सही उम्र का पता नहीं चला है। अफगानियों को अमूमन अपनी सही उम्र का पता नहीं होती है। प्रांतीय गवर्नर के प्रवक्ता मोहम्मद आरेफ अबर ने कहा कि गुल और उसके छोटे भाई को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया दिया है।
सोशल मीडिया पर जमकर हो रही गुल की तारीफ
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने गुल की जमकर तारिफ की और उसे हीरो बना दिया। वर्तमान में वह सोशल मीडिया पर जमकर ट्रेंड कर रही है। गुल की हेडस्कार्फ पहने हुए और हाथ में मशीनगन पकड़ी एक तस्वीर पिछले कुछ दिनों में सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई है। एक फेसबुक यूजर नजीबा रहमी ने लिखा, 'उसके साहस को सलाम! शाबाश।' एक दूसरे यूजर ने लिखा, 'पावर ऑफ ए अफगान गर्ल।'
शांति वार्ता के लिए सहमति के बाद भी हमला
तालिबानी आतंकी हमेशा से सरकार या सुरक्षा बलों के लिए मुखबिरी करने के संदेह में गांव वालों को मारते हैं। हाल ही में अमेरिका और तालिबान ने अफगानिस्तान में शांति लाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जो अगले 14 महीनों में अमेरिका और नाटो को सेना वापस लेने में सक्षम करेगा। इस समझौते के बाद तालीबानी आतंकवादी अफगानिस्तान में सरकार के समर्थक लोगों पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार रहे हैं।