
जर्मनी में मनाया गया दुनिया की सबसे उम्रदराज गोरिल्ला का जन्मदिन, 68 साल है उम्र
क्या है खबर?
गोरिल्ला एक शक्तिशाली जानवर होता है, जो इंसानों की तरह बर्ताव कर सकता है और भावनाओं को व्यक्त कर सकता है।
ये समझदार जानवर औसतन 35 से 40 साल तक ही जीते हैं। हालांकि, चिड़ियाघर में रहने वाले गोरिल्ला 50 साल भी जी सकते हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया की सबसे बुजुर्ग गोरिल्ला की उम्र 68 साल है। हाल ही में जर्मनी में उसका जन्मदिन भी मनाया गया है।
गोरिल्ला
11 अप्रैल को चिड़ियाघर में ही मना फातौ का जन्मदिन
इस गोरिल्ला का नाम फातौ है, जो कि जर्मनी की राजधानी बर्लिन के चिड़ियाघर में रहती है। उसे 1959 में बर्लिन चिड़ियाघर लाया गया था और वह तभी से यहां की निवासी है।
11 अप्रैल को फातौ ने मीडिया और प्रशंसकों की भीड़ के बीच अपना जन्मदिन मनाया, जिसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं।
फातौ पश्चिमी तराई गोरिल्ला नामक प्रजाति से है, जिसकी औस आयु 40 से 50 साल होती है। हालांकि, वह 68 की उम्र में भी स्वस्थ है।
जन्मदिन
फातौ को तोहफे में मिली ये चीजें
जन्मदिन मनाते समय चिड़ियाघर की ओर से फातौ को कुछ स्वादिष्ट तोहफे भी दिए गए थे। उसे कई प्रकार की सब्जियां, पत्ते और फल भेंट किए गए थे, जिनमें स्ट्रॉबेरी और पत्तागोभी शामिल थी।
उसके लिए ऐसे खाद्य पदार्थों को चुना गया था, जिन्हें चबाना आसान हो। ऐसा इसलिए, क्योंकि अब फातौ के पास चबाने के लिए एक भी दांत नहीं बचा है।
बता दें कि चिड़ियाघर ने फातौ का आधिकारिक जन्मदिन 13 अप्रैल तय किया है।
तारीफ
अपने शांत व्यवहार के जरिए फातौ जीत लेती है सबका दिल
बर्लिन चिड़ियाघर के CEO डॉ. एंड्रियास नीरीम ने कहा, "फातौ वाकई असाधारण है। सिर्फ इसलिए नहीं कि वह 68 साल की उम्र में सभी रिकॉर्ड तोड़ रही है, बल्कि इसलिए भी कि उसका शांत व्यवहार सभी को आकर्षित करता है।"
उन्होंने आगे कहा, "वह अपने लुप्तप्राय रिश्तेदारों की एक राजदूत है और हमें याद दिलाती है कि हमें इस ग्रह पर अन्य प्राणियों के प्रति अधिक सहानुभूति दिखानी चाहिए।"
वह अपने स्वभाव के कारण सभी की चहीती बनी हुई है।
जीवन
चिड़ियाघर आने से पहले ऐसा था फातौ का जीवन
फातौ 1959 में अफ्रीका में एक फ्रांसीसी नाविक को मिली थी। इसके बाद मार्सिले में उसे एक शराबखाने में बेच दिया गया था, क्योंकि नाविक बिल भरने में असमर्थ रहा था।
उस समय उसे एक फ्रांसीसी पशु व्यापारी मैडम लाफेवर ने खरीदा था और बर्लिन चिड़ियाघर को बेच दिया था।
फातौ की सही जन्म तिथि किसी को नहीं मालूम है, क्योंकि उसका जन्म जंगल में हुआ था और जब वह चिड़ियाघर आई तब वह 2 साल की थी।